कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत को एक और ‘हथियार’ मिल गया है. भारत के दवा नियामक (डीसीजीआई) द्वारा मॉडर्ना के कोविड-19 टीके को आज सीमित आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है. मॉडर्ना को मंजूरी मिलने के साथ ही भारत में अब तक चार कोरोना वैक्सीन को इजाजत दी जा चुकी है. नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि भारत में मॉडर्ना की दो डोज लगेगी.
डॉ वीके पॉल ने आगे कहा कि लाइसेंस मिलना पहला महत्वपूर्ण कदम है, अगले कदम कंपनी उठाएगी. उसके बाद मॉडर्ना वैक्सीन का आयात हो सकता है. ये वैक्सीन -20 डिग्री तापमान पर 7 महीने तक ठीक रहती है और 2-8 डिग्री तापमान पर एक महीने तक रह सकती है.
मॉडर्ना से पहले भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी को मंजूरी दी गई. डॉ पॉल ने कहा कि हम जल्द ही फाइजर को लेकर भी डील फाइनल कर लेंगे. यानी फाइजर को मंजूरी मिलने के बाद भारत में वैक्सीन की संख्या बढ़कर पांच हो जाएगी.
TEAM VOICE OF PANIPAT