वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- Covid-19 महामारी के दौर में हेल्थ इंश्योरेंस का महत्व काफी बढ़ गया है। बीमारियों के कारण होने वाले खर्चों को सही तरह से मैनेज करने में एक अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस हमारी काफी सहायता करता है। बीमा कवरेज न होने के कारण कई परिवारों को बमारी से इलाज में आर्खिक नुकसान झेलना पड़ता है। किसी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी की पूरी और सही जानकारी को हासिल करके आप उसका सबसे अधिक और बेहतर लाभ उठा सकते हैं। कई बार ऐसा भी देखने को मिलता है कि लोगों को बीमारी के समय अपने हेल्थ इंश्योरेंस को क्लेम करने में काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है।
ऑप्टिमा मनी मैनेजर के CEO और फाउंडर और सीईओ पंकज मठपाल के अनुसार म्बर्समेंट क्लेम करने के लिए डॉक्टर की पर्ची जरूरी है। उसके बाद आपके पास हॉस्पिटल का एडमिट और डिस्चार्ज कार्ड का होना भी जरूरी है। इसके साथ ही इलाज के समय डॉक्टरों की रिपोर्ट, दवाइयों का बिल और जांच में लगे खर्चों का बिल होना भी जरूरी है। अगर आप अपना हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम करना चाहते हैं तो, इसके लिए आपको कुछ प्रक्रियाओं से होकर गुजरना होगा। अगर आप अस्पताल में भर्ती होते हैं, या फिर आपका उपचार शुरू हो चुका है तो, आपको जल्द से जल्द अपनी बीमा कंपनी को इसके बारे में सूचित करना होगा। आपात स्थिति होने पर आप अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी अपनी बीमा कंपनी को सूचित कर सकते हैं। इसके साथ ही आपको भरपाई का दावा करने के लिए, हॉस्पिटल से मिली ओरिजनल डिस्चार्ज कॉपी, सही तरह से भरा गया क्लेम फॉर्म, एक्स-रे रिपोर्ट, ब्लड रिपोर्ट जैसे दस्तावेज, दवाइयों का बिल, KYC दस्तावेजों की कॉपी और NEFT के लिए बैंक की डिटेल जैसी कुछ जरूरी जानाकारियां मुहैया करानी होती हैं।
ऑप्टिमा मनी मैनेजर के CEO और फाउंडर और सीईओ पंकज मठपाल के अनुसार रीम्बर्समेंट क्लेम करने के लिए डॉक्टर की पर्ची (prescription) जरूरी है। उसके बाद आपके पास हॉस्पिटल का एडमिट और डिस्चार्ज कार्ड का होना भी जरूरी है। इसके साथ ही इलाज के समय डॉक्टरों की रिपोर्ट, दवाइयों का बिल और जांच में लगे खर्चों का बिल होना भी जरूरी है। अगर आप अपना हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम करना चाहते हैं तो, इसके लिए आपको कुछ प्रक्रियाओं से होकर गुजरना होगा। अगर आप अस्पताल में भर्ती होते हैं, या फिर आपका उपचार शुरू हो चुका है तो, आपको जल्द से जल्द अपनी बीमा कंपनी को इसके बारे में सूचित करना होगा। आपात स्थिति होने पर आप अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी अपनी बीमा कंपनी को सूचित कर सकते हैं। इसके साथ ही आपको भरपाई का दावा करने के लिए, हॉस्पिटल से मिली ओरिजनल डिस्चार्ज कॉपी, सही तरह से भरा गया क्लेम फॉर्म, एक्स-रे रिपोर्ट, ब्लड रिपोर्ट जैसे दस्तावेज, दवाइयों का बिल, KYC दस्तावेजों की कॉपी और NEFT के लिए बैंक की डिटेल जैसी कुछ जरूरी जानाकारियां मुहैया करानी होती हैं।
TEAM VOICE OF PANIPAT