वायस ऑफ पानीपत(सोनम गुप्ता):- अंतरिक्ष परी’ कल्पना चावला के पिता बनारसी लाल चावला ने मंगलवार को करनाल के निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनकी उम्र करीब 94 साल थी.. उनका जन्म 1929 में हुआ था। पेशे से वो एक बिजनेसमैन थे.. लेकिन उनका पूरा जीवन समाज से जुड़े कामों में बीता.. वो कल्पना चावला पर अलग-अलग संस्थानों में बच्चों को लेक्चर देकर आगे बढ़ने का संदेश दिया करते थे.. उनका हमेशा प्रयास रहता था कि वो पर्यावरण को सुरक्षित बनाए जिसके लिए वो समाज में काम करते रहते थे..
कल्पना चावला को अंतरिक्ष परी कहा जाता है.. उनके नाम पर करनाल में मेडिकल कॉलेज और अस्पताल भी है.. बनारसी लाल चावला अपनी बेटी कल्पना चावला से जुड़ी बातें स्कूल, कॉलेज में बताना और हर बेटी को अपनी कल्पना की तरह मानकर वो हर संभव मदद भी करते थे.. इसमें कोई शक नहीं कि अधिकांश लोग उन्हें अंतरिक्ष परी कल्पना चावला के पिता के रूप में जानते हैं, लेकिन उनका अपना व्यक्तित्व इतना महान था कि उनके प्रति श्रद्धा से सिर अपने आप झुकता है..
पूरी जिंदगी उन्होंने समाज के लिए काम किया और मरने के बाद भी वो अपने शरीर को अपनी बेटी के नाम पर मेडिकल कॉलेज कल्पना चावला में डोनेट कर गए.. स्कूल से लेकर कॉलेज, विश्वविद्यालय के बच्चों को मोटिवेट करना, आर्थिक रूप से गरीब बच्चों तक कंप्यूटर और निशुल्क शिक्षा का प्रयास उन्होंने अपने जीवन में किया.. उन्होंने करनाल में एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली.. उनका घर करनाल की सीएचडी सिटी में है जहां पर रिश्तेदारों, परिवार से लेकर समाज के लोग दुख प्रकट करने आ रहे हैं..
TEAM VOICE OF PANIPAT