वॉयस ऑफ पानीपत(सोनम गुप्ता)- कुछ लोगों की शिकायत रहती है कि उनके पास समय नहीं है, वह चाहते तो हैं व्यायाम करना, लेकिन उन्हें व्यायाम करने का समय नहीं मिल पाता है। कई व्यायाम और योग इतने थकाउ लगते हैं कि वह चाहकर भी नहीं कर पाते हैं। अगर ऐसी शिकायत है तो आपके लिए सूक्ष्म व्यायाम बहुत उपयोगी हो सकता है। योग गुरु स्वामी कर्मवीर महाराज का कहना है कि कोरोना के समय में हमारी सांसों के महत्व का पता चला है। यह सांस हमारे फेफड़ों से सही रहता है। अच्छे फेफड़ों के लिए योगाभ्यास और प्राणायाम की क्रियाएं बहुत जरूरी है।
आसन से पहले आपने दोनों पैरों को सामने फैलाकर बैठ जाएं, दोनों हथेलियों को कमर के बराबर में रखें, फिर दोनो पैरों को सीधा रखते हुए पैरों की अंगुलियों और अंगूठों को सामने की ओर दबाते हुए आगे की ओर झुकाते रहें। इसे पांच से दस बार दोहराया जा सकता है। दोनों पैरों को सामने की ओर करते हुए बैठ जाएं। फिर दोनों हाथों को मिलाते हुए पैरों के सामने लाएं। फिर चक्की चलाने की तरह आगे पीछे ले जाने का अभ्यास करें।
इस अभ्यास में सांस की प्रक्रिया सामान्य रखी जाती है। जिनके हाथ की अंगुलियों में दर्द रहता है, उससे राहत पाने के लिए दोनों पैर भूमि पर सीधे फैलाकर बैठ जाना चाहिए। हाथों को कंधों के सामने रखते हैं। फिर अंगूठों को अंदर रखते हुए मुठ्ठी बनाकर दोनों अंगूठो को दबाने का अभ्यास करते हैं। इसके बाद मुठ्ठी को खोलते हुए अंगुलियों और अंगूठों को शक्ति के साथ सीधा करते हैं। इसी तरह कोहनी और गर्दन के लिए भी सूक्ष्म अभ्यास की क्रियाएं हैं जिसे किया जा सकता है। स्वामी कर्मवीर महाराज का कहना है कि आसन कई तरह के हैं, जिसे सुविधा अनुसार किया जा सकता है। सभी आसनों में अगर सर्वांगसन, हलासन, पवन मुक्तासन, नौकासन आदि भी नियमित अभ्यास किया जाए तो इससे काफी लाभ मिल सकता है।
TEAM VOICE OF PANIPAT