वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्या):- Google में ईमेल प्लेटफॉर्म जीमेल का इस्तेमाल करते हैं तो ये जानकारी आपके लिए बेहद काम की साबित होने वाली है.. क्या आपने मेल सेंड करने से पहले To के साथ CC और BCC ऑप्शन को नोटिस किया है.. आप में से बहुत से लोग टू के साथ सीसी ऑप्शन का इस्तेमाल करते भी होंगे लेकिन बहुत से लोगों को जीमेल में मेल सेंड करने को लेकर मिलने वाले इन दो ऑप्शन की जानकारी नहीं होती.. इस आटिकल में इन दोनों ही ऑप्शन के बारे में बता रहे हैं कि कब कौन-सा ऑप्शन इस्तेमाल किया जाता है और इनका क्या मतलब है..
*CC यानी कार्बन कॉपी*
सीसी यानी कार्बन कॉपी, मेल ड्राफ्ट करते हुए जब एक जैसा मेल किसी एक या दो मेन पर्सन को भेजने के अलावा, दूसरे लोगों को भी इस मैसेज की जानकारी देनी होती है तो सीसी में मेल एड्रेस ऐड किए जाते हैं.. यहां बताना जरूरी है कि सीसी में ईमेल एड्रेस ऐड किए जाते हैं तो सीसी और टू वाले ईमेल को भी एक-दूसरे के बारे में जानकारी होती है कि किस-किस को मेल किया गया है..
*बीसीसी यानी ब्लाइंड कार्बन कॉपी*
बीसीसी यानी ब्लाइंड कार्बन कॉपी, मेल ड्रॉफ्ट करते हुए जब एक जैसी जानकारी या मेल दूसरे लोगों को भी भेजने की जरुरत होती है.. तो बीसीसी में इन मेल को ऐड कर सकते हैं। बीसीसी में ऐड किए गए ईमेल एड्रेस वालों को यह जानकारी होती है कि मेल के लिए To और CC में किसे रखा गया है। लेकिन, टू और सीसी वालों को यह जानकारी नहीं होती कि किसी और को भी यह मेल BCC ऑप्शन के साथ भेजा गया है।
*CC और BB की क्यों जरुरत*
सवाल यह है कि जब टू का ऑप्शन मौजूद होता है.. तो सीसी और बीसीसी की जरूरत क्यों पड़ती है.. दरअसल, सीसी और बीसीसी की जरूरत इसलिए पड़ती है क्योंकि एक जैसा मेल या मैसेज अलग-अलग लोगों को अलग-अलग भेजना ज्यादा समय और मेहनत लगने वाला काम हो सकता है। वहीं, एक जैसा मेल एक ही बार में बहुत से लोगों को भेजने में सीसी और बीसीसी ऑप्शन काम आते हैं। आप अपनी सुविधा के मुताबिक, दोनों ऑप्शन का स्थिति के हिसाब से इस्तेमाल कर सकते हैं।
TEAM VOICE OF PANIPAT