वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- रोहिणी कोर्ट में शूटआउट मामले के मुख्य संदिग्ध जेल में बंद गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया से हुई पूछताछ में मिली चौंकाने वाली जानकारी के बाद अब जेल में उसके साथ ही बंद उसके साथी गैंगेस्टर नवीन बाली ने भी कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। पूछताछ में उसने जहां टिल्लू के प्लान को लेकर जानकारी दी है। वहीं, यह भी बताया कि टिल्लू ने जितेंद्र गोगी को मारने का इरादा पहले पानीपत में पेशी के दौरान बनाया था। लेकिन, उसके पहले ही दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में पेशी की डेट आ गई तो वारदात के ठीक दो दिन पहले ही पानीपत वाले प्लान में बदलाव कर उसे दिल्ली का कर दिया था।
मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच सूत्रों की मानें तो करीब दस साल से ज्यादा पुराने अलीपुर के हत्या का प्रयास के मामले में गोगी की पेशी होनी थी। जबकि, इस मामले में उसके एक पुराने साथी मान की भी पेशी होनी थी। दरअसल, पहले दोनों दोस्त थे और इस मामले में आरोपी थे। लेकिन, मान इनदिनों टिल्लू ताजपुरिया का करीबी हो गया था। लिहाजा उसने बताया कि जब उसकी पेशी है तो गोगी की भी पेशी होगी। बस यहीं से पानीपत में पेशी के दौरान गोगी को निपटाने का प्लान बदल गया और रोहिणी शूटआउट की टिल्लू ताजपुरिया की तरफ से पटकथा लिख दी गई।
टिल्लू ने पूरी प्लानिंग की और खुद के साथ गैंगस्टर नवीन बाली को भी इस साजिश में शामिल किया। उसने जहां दो शूटर मेरठ के फफूंद गांव निवासी राहुल और सोनीपत निवासी जगदीप उर्फ जग्गा को रोहिणी जेल भेजा तो वहीं तीसरे शूटर को नवीन बाली ने रोहिणी कोर्ट भेजा। जबकि, टिल्लू ने राहुल और जग्गा को ठिकाना मुहैया कराने व रेकी करने के लिए विनय व उमंग को जिम्मेदारी सौंपी।
हालांकि, राहुल और जग्गा मारे गए और विनय और उमंग गिरफ्तार हो गए, लेकिन फरार तीसरा शूटर अब भी पुलिस के हाथ नहीं लगा है। मोनू नेपाली बताते हुए रोहिणी कोर्ट भेजे गए इस शूटर के बारे में अब गैंगस्टर नवीन बाली ने पुलिस को काफी जानकारी मुहैया कराई है, जिसके आधार पर पुलिस उसके ठिकानों और उसके नेटवर्क से जुड़े लोगों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। टिल्लू ताजपुरिया और नवीन बाली को रिमांड पर लेकर हुई पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि टिल्लू के जेल में बंद होने के बाद बाहर से उसके गैंग की कमान संभालने वाले राकेश ताजपुरिया ने शूटरों को हथियार मुहैया कराया था। अलीपुर निवासी राकेश ताजपुरिया इस वक्त टिल्लू के निर्देश पर गैंग के ऑपरेशन का काम देख रहा है, जबकि इसी गांव के नरेश ताजपुरिया और रोहतक के पाकिस्मा गांव निवासी दीपक पाकिस्मा उसकी दाहिने व बाएं हाथ के रूप में इन दिनों काम रहे हैं।
हालांकि, इस शूटआउट मामले से सिर्फ राकेश ताजपुरिया का कनेक्शन ही अभी सामने आया है। इसलिए पुलिस उसकी तलाश में भी ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। उसके द्वारा हथियार मुहैया कराए जाने का खुलासा खुद गैंग के सरगना टिल्लू ताजपुरिया से पूछताछ के दौरान हुआ। वहीं, जांच के दौरान इन तीनों के अलावा भी टिल्लू द्वारा दिल्ली व हरियाणा के करीब दस से ज्यादा गुर्गों के संपर्क में होने का पता चल रहा है। इस खुलासे के तहत पुलिस की नजर अब टिल्लू के इन गुर्गों की तरफ भी है। लेकिन, शूटआउट मामले में पुलिस को इनमें से राकेश ताजपुरिया की ही तलाश है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि जब टिल्लू को शूटआउट होने का पता चला था तो उसने शूटर को रोहिणी कोर्ट तक कार में बैठाकर ले जाने वाले दोनों आरोपी उमंग और विनय से इंटरनेट कॉलिंग के जरिए संपर्क कर यह पूछा कि तुम लोग कहां हो? इसपर उमंग ने उसे यह जानकारी दी थी कि वे दोनों इस वक्त पार्किंग में खड़े हैं, जबकि राहुल और जग्गा अंदर हैं तो इस पर टिल्लू ने उन्हें बोला कि तुम दोनों वहां से तुरंत निकल जाओ। इसके बाद दोनों आरोपी वहां से फरार हो गए थे। बहरहाल क्राइम ब्रांच एक तरफ जहां आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ बरामद मोबाइल फोन, सीसीटीवी फुटेज और आपस में हुए चैट की फॉरेंसिंक जांच भी करा रही है। इसके अलावा वैज्ञानिक साक्ष्यों को एकत्र करने के लिए डिजिटल जांच पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है।
TEAM VOICE OF PANIPAT