वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- जींद के गांव अलीपुरा में सुबह सैर के लिए निकले एक निजी स्कूल संचालक सुरेश की कार सवार अज्ञात लोगों ने गोलियां से भूनकर हत्या कर दी। मृतक सुरेश अलेवा गांव का है लेकिन पिछले 20 साल से गांव अलीपुरा में रह रहा था। ढाई साल पहले सुरेश के बेटे साहिल की भी रोहतक नेकीराम कॉलेज में चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी और इस मामले में 12 युवकों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हुआ था और सुरेश अपने बेटे के मामले में गवाह था। पुलिस उसके बेटे की रंजिश से जोड़कर देख रही है।
मूल रूप से अलेवा गांव के सुरेश ने गांव अलीपुरा में महर्षि दयानंद वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल खोला हुआ है। स्कूल के पास ही वह अपने परिवार के साथ रह रहा था। हर रोज की तरह सुरेश सुबह करीब छह बजे घर से काब्रच्छा की तरफ सैर के लिए निकला तो कार सवार अज्ञात लोगों ने उस पर फायरिंग कर दी। एक गोली सुरेश के सिर में जा लगी और वह वहीं पर गिर गया। इसके बाद सुरेश पर कई राउंड फायरिंग किए गए, जिसमें सुरेश की मौके पर ही मौत हो गई।
बाद में वहां से निकल रहे लोगों ने सुरेश को संभाला और उपचार के लिए नागरिक अस्पताल उचाना लेकर आए। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृतक घोषित कर दिया। स्वजनों ने बताया कि 6 दिसंबर 2018 को सुरेश के 21 वर्षीय बेटे साहिल की रोहतक के नेकीराम कालेज परिसर में ही चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी थी और हत्या करने वाले आरोपित सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गए थे। बाद में पुलिस ने इस मामले में 12 युवकों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया था।
अब फिलहाल यह मामला रोहतक कोर्ट में विचाराधीन था और अपने बेटे की हत्या के मामले की पैरवी को लेकर सुरेश हर बार कोर्ट जाता था और उसकी हाल ही में कोर्ट में गवाही होनी थी, लेकिन इससे पहले ही उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। उचाना थाना प्रभारी रविंद्र कुमार ने बताया कि फिलहाल स्वजनों के बयान दर्ज किए जा रहा है। सुरेश के बेटे की भी पहले हत्या को चुकी है। जांच के बाद ही हत्या करने वालों का पता चल सकेगा।
TEAM VOICE OF PANIPAT