वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्या):- सनातम धर्म पवित्र पवित्र त्योहरों में से एक महाशिविरात्रि भी है.. इस साल माहशिविरात्रि 8 मार्च 2024 को मनाई जाएगी.. यह पर्व हर साल फागुन महीने में मनाया जाता है.. इस दिन देवो के देव माहदेव की पूजा विधान है.. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह हुआ था, जबकि अन्य लोगों का मानना है कि इस दिन भगवान शिव ने तांडव नृत्य किया था..इस दिन को लेकर ज्योतिष शास्त्र में कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना बेहद जरूरी है, तो आइए जानते हैं..
महाशिविरात्रि पर क्या करें और क्या नहीं ?
*महाशिवरात्रि पर करें ये काम*
- व्रत वाले दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें।
- व्रत के दिन सुबह स्नान करके साफ व नए वस्त्र धारण करें।
- इस दिन सफेद कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
- व्रती पूरे दिन ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करें।
- व्रत शुरू करने से पहले व्रत का संकल्प जरूर लें।
- व्रती लोगों की मदद करें।
- व्रत का पूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए सूर्योदय के बीच और चतुर्दशी तिथि समाप्त होने से पहले उपवास का पारण करें।
- शिव जी को बेलपत्र अवश्य चढ़ाएं।
- पंचामृत से अभिषेक जरूर करें।
*भूलकर भी न करें ये काम*
- तामसिक भोजन जैसे- प्याज, लहसुन, मांस, शराब, इत्यादि से दूर रहें।
- व्रत रखने वाले भक्तों को चावल, दाल और गेहूं से बने खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए।
- पूजा के दौरान शिवलिंग पर नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए।
- पूजा में सिंदूर शामिल करने से बचना चाहिए।
- भोलेनाथ को भूलकर भी तुलसी पत्र नहीं चढ़ाना चाहिए।
- किसी के बारे में गलत बोलने से बचें।
- बड़ों का अपमान न करें।
- हल्दी चढ़ाने से बचना चाहिए।
TEAM VOICE OF PANIPAT