वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने देश-दुनिया में फिर से खौफ पैदा कर दिया है। दुनिया के कई देशों ने इसके संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पाबंदियां शुरू कर दी है। भारत सरकार ने भी तमाम राज्यों को सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। केन्द्र सरकार के निर्देशानुसार हरियाणा सरकार ने भी रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाया हुआ है और इसके साथ ही कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाना अनिवार्य किया हुआ है लेकिन सूबे के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक ही वैक्सीनेशन नहीं करा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार प्रदेश के सरकारी स्कूलों के 21 हजार 816 शिक्षक ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाई है। अब सरकार की सख्ती के चलते ऐसे में इन शिक्षकों की पहली जनवरी से स्कूलों में एंट्री नहीं हो पाएगी। बता दें कि सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सख्त निर्देश जारी किए हैं कि जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगवाई है, उन्हें एक जनवरी से सार्वजनिक जगहों पर प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।
वहीं आंकड़ों के अनुसार बता दें कि प्रदेश के 22 जिलों में 14 हजार 159 सरकारी स्कूल हैं। इन स्कूलों में शिक्षकों की संख्या एक लाख चार हजार 123 है। इनमें से 28 हजार 232 ऐसे शिक्षक हैं, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की पहली ही डोज ली है। 54 हजार 75 ऐसे शिक्षक हैं, जो दोनों डोज ले चुके हैं। सरकार नियमों में ढिलाई करते हुए उन शिक्षकों को तो स्कूल में एंट्री करने की अनुमति दें सकती है, जिन्हें पहली डोज लग चुकी है लेकिन जिन शिक्षकों ने अभी तक एक भी डोज नहीं लगवाई है उन्हें प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएंगी।
TEAM VOICE OF PANIPAT