वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- जिला में पराली जलाने की घटनाओं पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाने को लेकर डीसी (DC) वीरेन्द्र कुमार दहिया ने शुक्रवार को कृषि विभाग के साथ-साथ राजस्व विभाग के तहसीलदारों की जिम्मेदारी भी तय करते हुए आगजनी की घटनाओं को लेकर एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश दिए हैं। यही नहीं उन्होंने इन अधिकारियों के साथ सम्बंधित एसएचओ की ओर से भेजे गए पुलिसकर्मी भी साथ में पेट्रोलिंग करेंगे।
लघु सचिवालय में बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीसी वीरेन्द्र कुमार दहिया ने कहा कि शनिवार व रविवार को सभी राजस्व व कृषि विभाग के अधिकारी अलर्ट मोड पर रहें। कोई भी अधिकारी बगैर अनुमति के जिला मुख्यालय ना छोड़े। पराली जलाने की घटनाओं को लेकर सरकार सख्त है। यदि जिला में किसी किसान के खेत में पराली जलाने की घटना घटित हुई तो उसके विरूद्घ तुरन्त प्रभाव से एफआईआर दर्ज करवाएं।
उन्होंने सभी बीडीपीओ से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्र में मुनादी करवाएं। सभी नोडल अधिकारी पटवारी और ग्राम सचिवों की बैठक लेकर उसमें योजनाबद्घ तरीके से काम करें। डीसी वीरेन्द्र कुमार दहिया ने बताया कि जिला में फसल अवशेष व धान की पराली जलाने को लेकर धारा 144 भी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि फसलों की कटाई के बाद बचे हुए अवशेष को जलाने से वातावरण खराब हो रहा है। जिससे आमजन के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ रहा है। नैशनल ग्रीन ट्रीब्यूनल के आदेशानुसार धान के अवशेष जलाने पर जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है।
डीसी वीरेन्द्र कुमार दहिया ने सभी सम्बंधित अधिकारियों को स्पष्टï तौर पर कहा कि वे पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए फौरी तौर पर काम करें। किसानों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें। सभी अधिकारी अपनी पेट्रोलिंग को मजबूत कर लगातार गस्त करें। इस मौके पर एसडीएम पानीपत मनदीप कुमार, एसडीएम समालखा अमित कुमार, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक आदित्य डबास सहित सम्बंधित तहसीलदार एवं कृषि विभाग के अधिकारी व मार्केट कमेटी के सचिव भी उपस्थित रहे।
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