वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्या):- हर कोई अपने सपनों का घर बनाना चाहता है.. लेकिन, अक्सर हमारे सामने पैसों की समस्या आ जाती है.. ऐसे में हम होम लोन ले लेते हैं.. चूंकि, होम लोन की रकम काफी बड़ी होती है, ऐसे में लंबे वक्त तक हमें EMI चुकानी पड़ती है.. अगर आप अधिक EMI की समस्या से परेशान हैं, तो हम बता रहे हैं इसे कम करने का उपाय..

प्री- पेमेंट भी अच्छा विकल्प:- EMI कम करने के लिए प्री-पेमेंट भी अच्छा ऑप्शन है.. जब भी आपको अतिरिक्त पैसा मिले, तो उससे प्री-पेमेंट कर दें.. इससे लोन का प्रिंसिपल अमाउंट कम हो जाएगा और आपकी EMI के साथ कर्ज की अवधि भी घट जाएगी.. लोन की अवधि कम होने से आपकी टेंशन कम होगी, और आपको बैंक को ब्याज भी कम चुकाना पड़ेगा..
EMI बढ़वाने में भी फायदा:- अगर आपका अच्छा इंक्रीमेंट होता है.. या फिर नौकरी बदलने पर बढ़िया पैकेज मिलता है.. तो आप EMI बढ़वा भी सकते हैं.. बैंक अमूमन हर साल इंस्टॉलमेंट रिवाइज करने का विकल्प देते हैं.. अगर आप EMI बढ़वा लेंगे.. तो होम लोन की चिंता से जल्दी छुटकारा पा जाएंगे..
होम लोन ट्रांसफर करें:- अगर आपको होम लोन चुकाते हुए कुछ साल हो गए हैं और आपका री-पेमेंट रिकॉर्ड अच्छा है.. तो आप अपना लोन किसी ऐसे लेंडर के पास ट्रांसफर करवा सकते हैं.. जो कम ब्याज दर दे रहा है.. इसे कहते हैं होम लोन बैलेंस ट्रांसफर.. हालांकि, लोन ट्रांसफर करने से पहले अतिरिक्त लागतों का हिसाब जरूर लगा लें.. जैसे कि प्रोसेसिंग फीस और फोरक्लोजर फीस..
होम लोन ओवरड्राफ्ट सुविधा:- होम लोन पर ब्याज दर को कम करने के लिए होम लोन अकाउंट के साथ होम लोन ओवरड्राफ्ट सुविधा ले सकते हैं.. इसमें आप अपनी EMI के अलावा भी अपने होम लोन अकाउंट में अतिरिक्त रकम जमा करवा सकते हैं.. अकाउंट में अतिरिक्त रकम रखने से आपके ब्याज की रकम और लोन की अवधि घट जाएगी..
डाउन पेमेंट ज्यादा करें:- हमें घर खरीदने से पहले ठीक-ठाक रकम जुटा लेनी चाहिए.. इससे हम ज्यादा डाउन पेमेंट कर पाएंगे और EMI का बोझ अपनेआप एक हद तक कम हो जाएगा.. कोशिश करें कि मकान की कुल कीमत का करीब 25 प्रतिशत हिस्सा डाउन पेमेंट कर दें.. मिसाल के लिए, आप 40 लाख का घर ले रहे हैं, तो 10 लाख रुपये डाउन पेमेंट करें.. इससे आप लोन वापस करने की अवधि और EMI को अपनी सहूलियत के हिसाब से कम या ज्यादा करवा सकते हैं..
TEAM VOICE OF PANIPAT