वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- DELHI-NCR में बढ़ते प्रदूषण का असर अब राजस्थान में भी दिखने लगा है। बीती देर रात राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर सील कर दिया गया है। इस पर बॉर्डर पर ट्रक व ट्रेलर की लंबी लाइन लग गई है। इधर, कलेक्टर ने शुक्रवार को बैठक बुलाई है। इसमें प्रदूषण कम करने के लिए सख्ती बढ़ाने का भी फैसला लिया जा सकता है। पॉल्यूशन के हालात यह है कि अधिकारी कार छोड़ साइकिल पर ऑफिस पहुंच रहे हैं। भिवाड़ी इंडस्ट्रियल एरिया में सीट पर कम सवारी होने पर कार का चालान बनाया जाने लगा है।

दरअसल, दिल्ली-एनसीआर से लगे भिवाड़ी में पिछले तीन दिनों से एक्यूआई 350 से ऊपर जा रहा है। इसके बाद बॉर्डर सील कर दिया गया है। भिवाड़ी सीईओ रोहिताश्व सिंह तोमर ने गुरुवार को कर्मचारी व अधिकारियों को निर्देश दिए कि अनावश्यक वाहन लेकर नहीं आए। कारों को भी शेयरिंग फॉर्मूला पर लेकर आए, ताकि पॉल्यूशन कम हो। यदि इसके बाद भी कोई ऐसा नहीं करता है तो चालान बना कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार को भी कार्रवाई कर 5 लोगों के चालान बनाए गए।

कलेक्टर के निर्देश पर भिवाड़ी सहित जिले में कंस्ट्रक्शन को भी रोका गया है। ईंट भट्टे व क्रशर बंद किए गए हैं। ताकि एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार लाया जा सके। जैसे-जैसे सुधार होगा। वैसे-वैसे सख्ती कम होगी। वरना यह बढ़ भी सकती है। हरियाणा सरकार के बॉर्डर सील करने के बाद हाईवे पर शाहजहांपुर, नीमराना व बहरोड़ में काफी वाहन फंस गए। देर रात तक पुलिस ट्रैफिक मैनेजमेंट में लगी रही। शाहजहांपुर SHO ने बताया कि निजी वाहन दिल्ली की तरफ जा रहे हैं। रात से केवल ट्रक व अन्य माल वाहक भारी वाहनों को रोका गया है। सभी बॉर्डर सील करने से डायवर्ट रूट से निकले वाहन भी बॉर्डर से पहले रोक दिए गए हैं। जिसके कारण जाम भी लगा। लेकिन बाद में पर्सनल वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी गई। शुक्रवार सुबह से पर्सनल वाहन व सवारी बस व अन्य वाहन आ-जा रहे हैं।
TEAM VOICE OF PANIPAT