वॉयस ऑफ पानीपत (रिद्धी)-आपको बता दे की हरियाणा में 26 और 27 जुलाई को होने वाली ग्रुप-C भर्ती की कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) परीक्षा पर विवाद खड़ा हो गया है….फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स वेलफेयर एसोसिएशन ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) द्वारा तय की गई इन तारीखों पर आपत्ति जताई है… हालांकी एसोसिएशन का कहना है कि उन्होंने आयोग के सदस्यों के सामने परीक्षा की अंतिम तिथि को लेकर अपनी चिंता जताई है और तारीखों पर दोबारा विचार करने की मांग की है।

विवाद की ये तीन बड़ी वजहें..
1. एग्जाम सेंटर 1300 में, फिर 35000 में छुट्टी क्यों?
एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने कहा है कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग 26 और 27 जुलाई को सीईटी परीक्षाएं आयोजित कर रहा है, जिसके लिए लगभग 1,300 सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। ये भी ध्यान में आया है कि परीक्षा के दिनों में राज्य भर के सभी स्कूलों में छुट्टी रहने की संभावना है… राज्य में लगभग 35,000 स्कूल हैं, और सभी स्कूलों को बंद करने का कोई मतलब नहीं है…केवल परीक्षा केंद्र के रूप में चुने गए स्कूलों में ही छुट्टी की जानी चाहिए।
2. दूसरे शनिवार-रविवार होना चाहिए था एग्जाम
नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल्स अलायंस (NISA) के अध्यक्ष शर्मा ने कहा, परीक्षा जुलाई के आखिरी शनिवार और रविवार को होगी। स्कूल हर महीने के दूसरे शनिवार को बंद रहते हैं, इसलिए आयोग को आखिरी शनिवार और रविवार चुनने के बजाय दूसरे शनिवार और रविवार को चुनना चाहिए था। स्कूलों में छुट्टी करने की कोई ज़रूरत नहीं थी।
3. हाईकोर्ट ने भी कहा एग्जाम से पढ़ाई प्रभावित न हो
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने भी अपने एक निर्देश में कहा था कि भर्ती परीक्षाओं के कारण स्कूलों के सामान्य शैक्षणिक कामकाज में किसी भी तरह की बाधा नहीं आनी चाहिए… हालांकि, उसने यह भी कहा कि सरकार को उच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करना चाहिए..फेडरेशन के अध्यक्ष ने कहा, “सरकार को यह तय करना चाहिए कि स्कूलों का शैक्षणिक कामकाज में बाधा न आए…फेडरेशन एक ही मुद्दे को लेकर बार-बार पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय नहीं जाना चाहता।
TEAM VOICE OF PANIPAT