वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्या):- हरियाणा में पांच साल से अधिक समय से अनुपस्थित चल रहे करीब 40 डॉक्टर सेवा से बाहर होंगे.. सरकार ऐसे चार्जशीटेड डॉक्टरों पर नकेल कसने की तैयारी कर रही है, ताकि उनकी जगह नए डॉक्टरों की नियुक्ति कर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जा सके.. दरअसल, हरियाणा स्वास्थ्य विभाग समय-समय पर ऐसे डॉक्टरों की सूची तैयार करता रहता है.. जिन्हें किसी न किसी कारण से चार्जशीटेड किया गया है.. इनमें से अधिकतर डॉक्टर वे हैं, जो सेवा में आने के बाद अनुपस्थित हो गए.. सरकार इनके खिलाफ कार्रवाई करने जा रही है.. हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने भी ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं..

वही अभी सरकार ने डॉक्टरों के 777 खाली पदों को भरने की प्रकिया शरू कि गई है.. इनकी परीक्षा से जुड़ा परिणाम भी रोहतक पीजीआई स्वास्थ्य विभाग को भेज चुकी है.. अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी वेरिफिकेशन का काम किया जा रहा है.. इनमें से 579 डॉक्टरों को वेरिफिकेशन भी हो चुकी है जबकि 206 वेरिफिकेशन करवाने नहीं पहुंचे.. इन्हें स्वास्थ विभाग द्वारा एक अवसर दिया गया था.. यदि ये डॉक्टर वेरिफिकेशन करवाने नहीं आते तो इसकी वेटिंग सूची वालों को वेरीफिकेशन के लिए बुलाया जाएगा.. या सारा कार्य पूरा करने के बाद सरकार द्वारा फाइनल परिणाम जरी किया जाएगा..

*चार्जशीट के बाद नहीं भेजा कोई जवाब*
स्वास्थय विभाग में करीब 40 डॉक्टर पांच साल से अधिक समय से गैरहाजिर चल रहे हैं.. इनकी गैरहाजिरी के चलते स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन्हें तमाम औपचारिकताएं पूरी करने के बाद चार्जशीट किया गया था.. बावजूद इसके इन डॉक्टरों ने किसी तरह का जवाब नहीं दिया.. लिहाजा ऐसे डॉक्टरों कोसेवा से त्यागपत्र माना जाता है, की कार्रवाई करते हुए सरकार को केस भेजे गए हैं..पता चला है कि इनमें से करीब 8 से 10 डॉक्टरों पर कार्रवाई होने के आदेश भी जारी हो गए हैं.. जबकि अन्य के केस सरकार के पास विचाराधीन है.. पता चला है कि उन पर भी जल्द कार्रवाई करके सरकार डॉक्टरों के खाली हुए पदों को भरने का काम करेगी..
TEAM VOICE OF PANIPAT