वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- संयुक्त किसान मोर्चा और किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर किसान पांच दिन से पंजाब के शंभू रेलवे स्टेशन पर ट्रैक जाम करके धरना दे रहे हैं, जिसकी वजह से रेल सर्विस पूरी तरह से प्रभावित हैं.. इससे न केवल यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.. बल्कि रेलवे को भी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है.. किसान आंदोलन के चलते रेलवे ने रविवार और सोमवार को भी 73 ट्रेन कैंसिल करनी पड़ी.. यही नहीं, कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट(route divert) करने पड़े.. जिनकी रेलवे की तरफ से लिस्ट भी जारी की है.. उधर,किसानों ने जेल में बंद किसानों की रिहाई को लेकर कल 22 अप्रैल को जींद में मीटिंग करके बड़ा ऐलान करने को कहा है.. यहां, किसान भारी संख्या में एकत्रित होकर रैली करेंगे.. उसके बाद वहां से आगामी रणनीति तैयार करके ऐलान करेंगे.. इधर, पंजाब में किसानों ने पंजाब के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ का चैलेंज कबूल किया हुआ है.. किसानों का कहना है कि वे 23 अप्रैल को किसान भवन चंडीगढ़ में भाजपा नेताओं का इंतजार करेंगे.. बता दें कि किसान हरियाणा और पंजाब के खनौरी व शंभू बॉर्डर पर 13 फरवरी से लगातार धरना दे रहे हैं…




किसान सरकार से युवा नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा समेत 3 किसानों की रिहाई की मांग कर रहे हैं.. इस संबंध में पहले उनकी हरियाणा और पंजाब सरकार से मीटिंग हुई थी, जिसके बाद रिहाई का भरोसा मिला था.. जिसके बाद किसानों ने सरकार को 16 अप्रैल तक का समय दिया था.. सरकार ने रिहाई नहीं की तो वे ट्रैक पर उतर आए.. पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे पुलिस-किसानों की धक्कामुक्की हुई.. मगर किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और ट्रैक पर बैठ गए..
TEAM VOICE OF PANIPAT