वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- मामला पानीपत के गांव डाडौला का है। जहां रजिश के चलते खेत मजदूर ने अपने छोटे भाई के साथ किसी युवक पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराने की योजना बनाई। चौटाला रोड पर गांव डाडौला के पास सोमवार की रात अपने चचेरे भाई के हाथ में कट्टा थमा दिया और खुद पर गोली चलवाई। निशाना चूक गया और गोली कंधे पर लगने की बजाय खेत मजदूर बड़े भाई के सीने से आरपार हो गई। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक का छोटा भाई फरार चल रहा है और पुलिस के हत्थे चढ़े छोटे भाई ने पुलिस के सामने सब कबूल लिया। दोनों भाई किसे फंसाना चाहते थे, इसका अभी पता नहीं चला है।
शामली स्थित कैराना के गांव मना माजरा निवासी नाजिम (41) खेती बाड़ी करता था। पत्नी से बाइक में पेट्रोल भरवाने की बात कहकर वह रविवार की दोपहर तीन बजे निकला था और तब से लापता था। चचेरे भाई गालिब ने पुलिस को पहले बताया था कि वह सोमवार दोपहर को पथरी की दवाई लेने के लिए नाजिम के साथ बाइक पर पानीपत आया था। दवा लेते समय उन्हें देर हो गई, फिर भी वह देर रात पानीपत से घर के लिए निकल पड़े थे। जब वह गांव डाडौला के पास पहुंचे तो दो बाइकों पर सवार चार बदमाश आए और ओवरटेक करते हुए उन्हें रोक लिया। बदमाशों ने पिस्तौल के बल पर उनसे 2 हजार रुपये लूट लिए। नाजिम ने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने उसे गोली मार दी और फरार हो गए। नाजिम के परिजनों ने गालिब पर ही हत्या का आरोप लगाया। इसके बाद गालिब से सीआईए-2 ने गहनता से पूछताछ की तो उसने पूरी वारदात कबूल ली। उसने बताया कि नाजिम किसी पर हत्या के प्रयास का मुकदमा कराना चाहता था, जिसके चलते उसने अपने ऊपर हमले की योजना बनाई थी। जिसमें उसका छोटा भाई तालिब और उसका दोस्त भूरा शामिल थे।
पुलिस पूछताछ में आरोपी चचेरे भाई गालिब ने बताया कि नाजिम और उसका छोटा भाई तालिब की किसी युवक के साथ के पैसों के लेनदेन को लेकर रंजिश चल रही थी। पैसे वापस न करने पड़े, इसलिए हत्या के प्रयास के नाटक की योजना रची थी। उन्होंने एक माह पहले योजना तैयार की और उसमें उसे भी शामिल किया। योजना थी कि वह हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज कराएंगे। तालिब और उसका दोस्त भूरा एक कट्टा लेकर आए। नाजिम ने कहा कि मुझ पर इस प्रकार गोली चलाना, जो शरीर को छूकर निकल जाए। उन्होंने योजना के तहत चौटाला रोड को चुना। सुनसान जगह पर पहुंचकर उन्होंने बाइक रोकी। मौके पर कार से तालिब और भूरा भी पहुंच गए और कट्टा दिया। नाजिम को सामने खड़ा कर पीछे से कंधे के नीचे गोली मारी, जो छूकर निकलने के बजाए नाजिम के सीने से आरपार हो गई।
गालिब ने वारदात के बाद डायल 112 पर कॉल कर हत्या की सूचना दी थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो गालिब के कपड़े खून से सने हुए थे। पुलिस को गालिब पर शक हुआ और पूछताछ के लिए उसे सीआईए दफ्तर ले जाया गया, जहां उसने पूरी वारदात कबूल ली। सामान्य अस्पताल में शव ग्रह के बाहर बैठे मृतक नाजिम के छोटे भाई तालिब और शकील को जब यह पता चला कि सब खुलासा हो गया है, तो तालिब सामान्य अस्पताल से फरार हो गया। इसकी धरपकड़ में सीआईए-2 की टीम लगी हुई है। उसके दोस्त भूरा की तलाश भी की जा रही है।
मृतक नाजिम के बड़े भाई शकील ने बताया कि वह कुल नौ बहन भाई हैं, जिनमें पांच भाई और तीन बहन हैं। नाजिम खेती बाड़ी करता था। उसके दो बेटे और एक बेटी है। एक माह की सबसे छोटी बेटी की तबीयत ज्यादा खराब होने से सोमवार देर रात उसकी मौत हो गई। चचेरे भाई जिंदा ने बताया कि नाजिम की बेटी की तबीयत ज्यादा खराब थी। नाजिम बेटी को दवा दिलवाने से पहले बाइक में पेट्रोल डलवाने की बात कहकर घर से निकला था। पत्नी को कहा था कि वह पेट्रोल डलवाकर वापस आ जाएगा। उसके बाद वह बेटी को दवा दिलवाने के लिए ले जाएगा, लेकिन वह नहीं लौटा।
मृतक युवक के बड़े भाई शकील की शिकायत पर नाजिम के खिलाफ हत्या की धारा के तहत के दर्ज किया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है। वहीं शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।
TEAM VOICE OF PANIPAT