वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्य):- अजा एकादशी के दिन जहां व्रत रखने का महत्व है वहीं इस दिन व्रती को कुछ नियमों का पालन भी करना होता है जिससे कि व्रत का शुभ फल मिल सके.. वहीं एकादशी का व्रत रखने वाले को कुछ काम करने से बचना चाहिए यानी इस दिन कुछ ऐसे काम भी है जो गलती से भी नहीं करने चाहिए.. तो आइये यहां जानते हैं कि आखिर अजा एकादशी का व्रत रखने वाले को क्या कुछ करना चाहिए और कौन से काम करने से बचना चाहिए जिससे कि व्रत का शुभ फल मिल सके.. शास्त्रों में अजा एकादशी व्रत का विशेष महत्व बताया गया है.. इस व्रत को करने से साधक को भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है.. साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं.. इस साल अजा एकादशी के दिन रवि पुष्य योग समेत 3 शुभ योग बन रहे हैं जिन्हें बहुत शुभ माना जा रहा है। ऐसे में आप एकादशी पर कुछ विशेष बातों का ध्यान रखें तो श्री हरि की विशेष कृपा प्राप्त कर सकते हैं..
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अजा एकादशी के दिन व्रत और भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की पूजा करने से आय, आयु और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है.. साथ ही सभी प्रकार के शारीरिक और मानसिक कष्ट से भी छुटकारा मिलता है.. साथ ही यह भी माना जाता है कि इस दिन श्री हरि का नाम जपने से पिशाच योनि का भय नहीं रहता.. सनातन धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है.. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है.. अजा एकादशी के दिन चावल ग्रहण नहीं करना चाहिए, क्योंकि ऐसा मान्यता है कि एकादशी पर चावल (चावल उपाय) ग्रहण करने से व्यक्ति अगले जन्म में रेंगने वाला जीव भी बन सकता है..
*किन कार्यों से प्राप्त होंगे शुभ फल|*
अजा एकादशी के दिन अन्न और जल का दान जरूर करें.. इससे भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है..अजा एकादशी के दिन संभव हो तो गंगा स्नान अवश्य करना चाहिए.. माना जाता है कि इससे व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है.. अजा एकादशी के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करना भी बेहद शुभ माना जाता है.. इससे आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। इस दिन रात्रि में भजन, कीर्तन जरूर करें..
TEAM VOICE OF PANIPAT