वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- DELHI मेट्रो की पिंक लाइन पर शिव विहार से मजलिस पार्क के बीच चालक के बगैर मेट्रो ने रफ्तार भरना शुरू कर दिया है। यह दिल्ली मेट्रो की दूसरी लाइन है, जिस पर चालक रहित मेट्रो का परिचालन शुरू हुआ है। इस रूट पर तकरीबन 60 किलोमीटर लंबी लाइन पर मेट्रो रफ्तार भर रही है। फेज-4 में पिंक व मजेंटा लाइन के विस्तार व एरोसिटी-तुगलकाबाद (सिल्वर लाइन) कॉरिडोर का निर्माण पूरा होने पर दिल्ली में 160 किलोमीटर नेटवर्क पर चालक रहित मेट्रो सेवा उपलब्ध हो जाएगी। वहीं तब दिल्ली मेट्रो दुनिया का चौथा सबसे बड़ा चालक रहित मेट्रो नेटवर्क बन जाएगा।
अब आपको बताते हैं कि ड्राइवर लेस मेट्रो के क्या फायदे होने वाले हैं।
जरूरत पड़ने पर मेट्रो की फ्रिक्वेंसी बढ़ाने में मददगार है यह तकनीक। डेढ़ मिनट के अंतराल पर मेट्रो का परिचालन संभव। मानवीय गलतियों के कारण परिचालन प्रभावित होने की घटनाएं नहीं होंगी। परिचालन में यह तकनीक ज्यादा सुरक्षित होगी। सुबह मेट्रो ट्रेनों को परिचालन के लिए ट्रैक पर लाने से पहले मैन्युअली चेकिंग की जरूरत नहीं। परिचालन के बाद मेट्रो ट्रेनें डिपो में स्टेबलिंग लाइन पर पार्किंग भी अपने आप हो जाएंगी। आवागमन के लिए मेट्रो का इस्तेमाल कर बचा सकते हैं पांच फीसद ईंधन।
सिंगापुर- 199 किलोमीटर, शंघाई- 101.8 किलोमीटर, क्वालालंपूर- 97.4 किलोमीटर, दिल्ली मेट्रो- 96.8 किलोमीटर, दुबई मेट्रो- 89.6 किलोमीटर, गौरतलब है कि केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी व दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बृहस्पतिवार को करीब 59 किलोमीटर (58.59 किलोमीटर) लंबी पिंक लाइन पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये चालक रहित मेट्रो का परिचालन शुरू किया। हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि चालक रहित मेट्रो नेटवर्क के मामले में दिल्ली मेट्रो अब दुनिया में चौथे स्थान पर पहुंच गई है।
उन्होंने कहा कि मलेशिया की क्वालालंपूर मेट्रो तीसरे स्थान पर है। वहां 97 किलोमीटर से थोड़े ही बड़े नेटवर्क पर चालक रहित मेट्रो का परिचालन होता है। जबकि दिल्ली में अब 96.8 किलोमीटर (करीब 97 किलोमीटर) नेटवर्क पर चालक रहित मेट्रो रफ्तार भरने लगी है। इसलिए दिल्ली मेट्रो व क्वालालंपूर के चालक रहित मेट्रो नेटवर्क में महज आधा किलोमीटर का ही अंतर है। कोरोना महामारी के बीच पिछले साल 28 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मजेंटा लाइन पर बोटेनिकल गार्डन से जनकपुरी पश्चिम के बीच चालक रहित मेट्रो के परिचालन का शुभारंभ किया था। इसके 11 महीने के भीतर ही पिंक लाइन पर चालक रहित मेट्रो का परिचालन शुरू करना दिल्ली मेट्रो रेल निगम की बड़ी कामयाबी है।
TEAM VOICE OF PANIPAT