वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- धान की कटाई के बाद फानों में कहीं भी आग नहीं लगे इसके लिए कैथल जिला प्रशासन निरंतरता में लोगों को जागरूक करने काम कर रहा है। आज डीसी प्रदीप दहिया ने अपनी अधिकारियों की टीम के साथ ढांड, क्योड़क, नौच, कवारतन, खुराना इत्यादि क्षेत्रों का दौरा किया और जहां भी फानों में आग लगने की घटना दिखाई दी, तुरंत वहां पर गाड़ी रुकवाकर किसानों को समझाया कि वे फानों में आग नही लगाएं. इससे पर्यावरण तो प्रदूषित होता ही है साथ ही जमीन की उर्वरा शक्ति भी प्रभावित होती है।
इसके बाद नौच गांव के पास मनरेगा के तहत चल रहे कार्य को देखा तथा सड़क के आसपास लगी आग को देखकर डीसी ने तुरंत प्रभाव से जिला परिषद की सीईओ सुरेश राविश को फोन पर निर्देश दिए कि तुरंत प्रभाव से यह व्यवस्था की जाए कि जहां पर भी नरेगा के तहत काम चल रहा है वहां पर आग लगाने की घटना नजर नहीं आनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वो खुद समय-समय पर उन क्षेत्रों का निरीक्षण अवश्य करते रहे जहां मनरेगा के तहत कार्य चल रहा है। डीसी ने यह भी कहा कि किसानों को चाहिए कि वे फानों के प्रबंधन के लिए कस्टम हायरिंग सेंटर का सहयोग लें, क्योंकि सरकार द्वारा किसानों की मदद के लिए ही कृषि विभाग के माध्यम से कस्टम हायरिंग सेंटरों की स्थापना की गई है।
उन्होंने किसानों से अपील की कि वे पर्यावरण को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए फानों व पराली में कतई आग नही लगाएं. इससे स्वास्थ्य पर भी विपरित प्रभाव पड़ता है। डीसी ने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे क्योकि क्षेत्र के पटवारी और ग्राम सचिव को डियूटी में लापरवाही बरतने के चलते नियमानुसार तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाए। डीसी ने बताया कि संबंधित क्षेत्र के पटवारियों और ग्राम सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।
TEAM VOICE OF PANIPAT