वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- किसान महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने जिला प्रशासन को नई शुगर मिल चालू करने के लिए एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। उनका कहना है कि करोड़ों रुपये के इस प्रोजेक्ट के पूरे होने का समय बीत चुका है, बार बार समय को बढ़ाया जा रहा है, लेकिन अब तक इसका काम पूरा नहीं किया गया है। इस सीजन में फिर से किसानों के सामने मिल में गन्ना डालने की परेशानी खड़ी हो सकती है। इस सीजन में भी नए मिल के चालू होने के कोई आसार नहीं है।
उन्होंने कहा कि करनाल शुगर मिल का काम पानीपत शुगर मिल के काम के बाद शुरू किया गया था और उसका काम समाप्त भी हो चुका है। करनाल मिल चालू भी हो चुकी है लेकिन पानीपत की मिल अभी तक चालू नहीं हो पाई है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस मिल को लेकर एक बार फिर से किसानों की महापंचायत होगी और वह महापंचायत पानीपत सचिवालय में धरना देगी। हालांकि इससे पहले वे एक बार प्रतिनिधिमंडल के साथ उपायुक्त पानीपत से औपचारिकता के तौर पर बैठक भी करेंगे और इस प्रोजेक्ट के लेट होने की जवाबदेही पूछेंगे।
बता दें कि गोहाना रोड स्थित पुराने शुगर मिल को चलते करीब 65 साल हो चुके हैं। काफी ज्यादा पुराना होने की वजह से मिल की हालात खस्ता हो रही है, जिसके चलते सरकार ने गांव डाहर में करीब 350 करोड़ की लागत से नए शुगर मिल लगाने की घोषणा की थी। इसका काम मार्च 2018 में दिया गया था और फरवरी 2020 तक पूरा किया जाना था। लेकिन फरवरी 2020 के बाद से लेकर अब सिंतबर 2021 आ गया है। इस हिसाब से 30 माह बीत चुके हैं लेकिन अब तक ये प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि इस बार भी इस सीजन में भी चीनी मिल चालू नहीं हो पाएगी। ऐसे में नवंबर में पुराने शुगर मिल को ही चलाया जाएगा।
महापंचायत के मंच से भाकियू प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वायदा किया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी कर देंगे। अब सिर्फ तीन महीने का समय बाकी है। अगर तीन महीने में किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई तो किसान सरकार से जवाब मांगेंगे। भारत बंद पर रतनमान ने सभी वर्गों से अपील करते हुए कहा कि इस दिवस को छुट्टी दिवस की तरह मनाएं और अपने घरों में ही रहें।
TEAM VOICE OF PANIPAT