वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- हरियाणा के अंबाला कैंट से मामला सामने आया है जहां पर साधू की वशभूषा की आड़ में 2भाई तस्करी करते थे। वहीं अंबाला रेलवे स्टेशन से जीआरपी ने साधु की वेशभूषा में नशा बेच रहे 2 तस्करों को काबू किया। इन तस्करों से चेकिंग के दौरान 19 किलो चूरापोस्त बरामद हुआ। पूछताछ में दोनों नशा तस्करों की पहचान लुधियाना के चिट्टी कॉलोनी हजुरी बाग निवासी शौकी व सन्नी के रूप में हुई। जीआरपी को सूचना मिली थी कि दो सगे भाई साधु की वेशभूषा में ट्रेनों के भीतर भिक्षा मांगते हैं। लेकिन भीख मांगने की आड़ में रोजाना रेलवे स्टेशन पर यात्रियों सहित आसपास के लोगों को चूरापोस्त बेचते थे।

जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि दोनों ने भगवा रंग के कपड़े पहनने के अलावा थैले ले रखे थे। प्राथमिक पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया है कि वह मध्यप्रदेश से नशा खरीदने के बाद अलग-अलग ट्रेनों के जरिए आते थे। साधू की वेशभूषा में होने के कारण न तो कोई टिकट की जरूरत पड़ती थी और न ही कोई उन पर शक करता था। जीआरपी अब दोनों सगे भाई को कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लेगी, ताकि वह आरोपियों को मध्यप्रदेश ले जाने के बाद नशे के मुख्य सरगना तक पहुंच सके। इसके अलावा दोनों से पूछताछ करके दूसरे साथियों का भी पता लगाया जाएगा, जो नशे का कारोबार करते हैं।

जीआरपी जांच अधिकारी राजकुमार ने बताया कि दो सगे भाइयों से 19 किलो चूरापोस्त बरामद किया गया है, जिसकी कीमत करीब 40 हजार रुपए है। साधु की वेशभूषा में वह ट्रेनों सहित प्लेटफार्म पर भिक्षा मांगते रहते थे। उसी की आड़ में नशा बेचने का भी कारोबार भी किया करते थे। वहीं अब इन दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा व अगली कार्यवाही की जाएगी।
TEAM VOICE OF PANIPAT