वायस आफॅ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- पाईट कॉलेज में 2020 बैच के जिन विद्यार्थियों ने कॉलेज में एम बी ए कोर्स में एडमिशन ले लिया है। उनके लिए लगातार अलग-अलग विषय पर लीड वेबिनार सीरीज का आयोजन किया जा रहा है, ताकि रेगुलर क्लास शुरू होने से पहले उन्हें सभी विषयो की जानकारी मिल सके। इसी सीरीज में आज “मैनेजमेंट एज ए करियर ऑप्शन ” विषय पर ज़ूम ऍप और फेसबुक लाइव के जरिए वेबिनार हुआ। जिसमें कॉलेज के वाईस चेयरमैन राकेश तायल, प्रोफेसर सुरेश बेदी, डॉ अखिलेश मिश्रा और अरिंदम भट्टाचार्य ने मैनेजमेंट के अलग-अलग पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। 200 से अधिक विद्यार्थियों और मैनेजमेंट विभाग के शिक्षकों ने ऑनलाइन माध्यम से इस वेबिनार को जॉइन किया। राकेश तायल ने पहले तो सभी विद्यार्थियों को पाईट कॉलेज हिस्सा बनने पर बधाई दी और बताया किस तरह से मैनेजमेंट कोर्स आज के युग में सबके लिए जरुरी हो गया है। चाहे आप इंजीनियरिंग का कोर्स करते है या कोई दूसरा कोर्स मैनेजमेंट के सभी स्किल्स आप में होने चाहिए। क्योंकि आजकल विद्यार्थी की सोच सिर्फ एक अच्छी कंपनी में नौकरी तक सीमित नहीं है बल्कि वो खुद का स्टार्ट अप लगाकर दुसरो को रोजगार देने का सपना देखता है, उसे अपने इस सपने को पूरा करने के लिए मैनेजमेंट कोर्स की हर बारीकी को अच्छे से समझना होता है।
कोई भी बिज़नेस स्टार्ट करने के लिए या किसी बिज़नेस को आगे बढ़ाने के लिए एमबीए के विद्यार्थियों की जरुरत पड़ती ही है। उन्होंने विद्यार्थियों को भरोसा दिलाया कि आपकी क़ाबलियत को सिर्फ यूनिवर्सिटी करिकुलम तक की लिमिटेड नहीं रखा जाएगा, आपको हर तरह इंडस्ट्री में ले जाकर अलग-अलग मैनेजमेंट स्किल्स सिखाए जाएंगे। आपको आईआईटी और आईआईएम जैसी सभी सुविधाए पाईट कॉलेज में दी जाएंगी। आपको बदलते तकनीकी युग के साथ हमेशा फ्लेक्सिबल रहना होगा, पारम्परिक तरीको को छोड़कर नई टेक्नोलॉजी, नए तरीको को अपनाना होगा। बिना समय खराब किए पहले दिन से ही आपको अपने टारगेट को पूरा करने के लिए अच्छे से मेहनत करनी होगी। विद्यार्थियों ने भी विषय पर अपने सभी सवाल उनसे पूछे जिन्हे राकेश तायल ने एक-एक कर जवाब दिया। प्रोफेसर सुरेश बेदी ने भी मैनेजमेंट में इस्तेमाल होने वाली सभी तकनीकों के बारे में जानकारी दी और उन्होंने कहा कि अभी से हर विद्यार्थी को अपना लक्ष्य तय करना होगा कि उसे किस सेक्टर में अपना करियर आगे बढ़ाना है। ब्लेंडेड लर्निंग और फ्लिप लर्निंग बारे समझाते हुए उन्होंने कहा कि आज टीचिंग और लर्निंग पुराने क्लासरूम के तरीके से नहीं होती, आज विद्यार्थी आपस में एक दूसरे से सीख कर टीचर के सामने नए आईडिया रखते है और फिर उस पर टीचर और विद्यार्थी मिल कर काम करते है। इसके अलावा मैनेजमेंट में किस तरह से डेटा साइंस और डेटा एनालिटिक्स का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है, उस पर भी प्रकाश डाला। विभागाध्यक्ष डॉ अखिलेश मिश्रा ने सभी विद्यार्थियों को बधाई दी और मैनेजमेंट के सभी स्पेशलाइजेशन के बारे में प्रकाश डाला। अरिंदम भट्टाचार्य ने भी अपने अनुभवों को विद्यार्थियों के साथ साँझा किया। डॉ हिमांशु जैन, डॉ सौरभ गर्ग, विकास नैन, मोहन ठकराल, गीतांजलि, राजन सलूजा, पुनीत शर्मा भी वेबिनार में ऑनलाइन जुड़े।
TEAM VOICE OF PANIPAT