वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- प्रदेश सरकार हिरयाणा में आशा वर्करों के लिए एक खुशखबरी लाई है। बता दें कि प्रदेश सरकार आशा वर्करों को आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर करने की दिशा में तैयारी शुरू कर दी हैं। इससे वह हर साल 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज का लाभ उठा सकेगी। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने विभागीय अधिकारियों को इस विषय पर अध्ययन कर जल्द रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं।
आपको बता दें कि आशा वर्करों के प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई मीटिंग में अनिल विज ने कहा कि 10 साल तक काम करने के बाद जो आशा वर्कर स्वैच्छिक तौर पर अपना काम छोड़ती है या 60 वर्ष की आयु के बाद रिटायर हो जाती है उन्हें 20 हजार रुपए की राशि एकमुश्त प्रदान की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आंगनबाड़ी वर्कर और आशा वर्कर का एक तुलनात्मक अध्ययन कर उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
उन्होंने कहा कि आशा वर्करों को जल्द ही रिकार्ड मेंटेनेंस के लिए आशा की गतिविधियों के लिए रजिस्टर उपलब्ध करवा दिए जाए। विज ने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में आशा वर्करों के योगदान को बुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने घर-घर जाकर कोरोना संक्रमित लोगों की देखभाल करने में अहम भूमिका निभाई है। उनका कहना है कि 20 हजार 12 आशा वर्करों की सूची उनके परिवार पहचान पत्र के साथ नागरिक संसाधन सूचना विभाग को सत्यापन के लिए दी गई है। जैसे ही सभी आशा वर्करों के डाटा को नागरिक संसाधन सूचना विभाग द्वारा तैयार किए जा रहे यूटिलिटी माड्यूल में सत्यापित कर दिया जाएगा, आशा वर्करों के बैंक खातों में पांच हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि डाल दी जाएगी।
TEAM VOICE OF PANIPAT