वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- मामला कैथल का है जहां बेसहारा पशुओं की समस्या गंभीर बनी हुई है। रात के समय वाहन चालकों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है। शहर में रात के समय बेसहारा पशुओं की स्थिति देखी गई। रात नौ बजे से 11 बजे तक मुख्य सड़कों का जायजा लिया गया। सबसे पहले रात नौ बजे मुख्य बाजार में जाकर निरीक्षण किया गया। बाजार की गलियों में सड़क के पास दो नंदी बैठे हुए थे।
कुछ दूरी पर जाकर तीन नंदी सड़क के बीच में बैठे हुए दिखाई दिए। रात दस बजे हुडा सेक्टर 19 की सड़कों पर गए। वहां सड़क के बीच से ही पशु चल रहे थे। कुछ पशु सड़क के पास बैठे हुए थे। रात साढ़े दस बजे जिला कोर्ट के पास मुख्य सड़क पर पहुंचे। वहां चार गाय सड़क के बीच से चल रही थी और पांच नंदी और गाय सड़क के पास बैठे हुए थे। रात करीब 11 बजे चंदाना गेट की सड़क पर पशु बैठे हुए थे। बता दें कि शहर की ऐसी कोई सड़क नहीं होगी जहां बेसहारा पशुओं को जमावड़ा ना हो। सड़कों के बीच में पशु झुंड बनाकर बैठ जाते हैं। कालोनियों की गलियों में भी नंदी और बछड़े बैठे रहते हैं।
रात के समय बेसहारा पशुओं के कारण कई बार सड़क हादसे हो चुके हैं। ज्यादा हादसे काले रंग के नंदी या गाय के कारण होते हैं। शहर की सड़कों के डिवाइडरों पर कई जगह लाइटें खराब हैं। ऐसे में सड़क पर अंधेरा हो जाता है और काले रंग के नंदी सड़क के बीच में आकर बैठ जाते हैं। वाहन चालकों को काले रंग के नंदी दिखाई नहीं देते, जिस कारण हादसे हो जाते हैं। कुछ दिन पहले अंबाला रोड पर एक गाड़ी सड़क के बीच में बैठे नंदी से टकरा गई थी, जिसमें नंदी की मौत हो गई थी। कई बाइक चालक रात के समय हादसों का शिकार हो चुके हैं।
नगर परिषद के सफाई निरीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि शहर से बेसहारा पशुओं को पकड़ने का अभियान चलाया हुआ है। अंबाला रोड और ढांड रोड से पशुओं को पकड़ा जा रहा है। जल्द ही पूरे शहर में अभियान चलाकर पशुओं को पकड़ा जाएगा।
TEAM VOICE OF PANIPAT