वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- मामला जींद का है जहां अस्पताल पहुंचे बंदी को छुड़वाने के लिए बदमाशों और पुलिस की मुठभेड़ हो गई। पुलिस की टीम ने दो बदमाशों को पकड़ लिया, जबकि सात बदमाश भाग निकले। हालांकि सातों की पहचान कर ली गई है। पुलिस छापेमारी कर रही है। बंदी हत्या और लूटपाट के मामले में जेल में बंद था और पेट दर्द की वजह से अस्पताल लाया गया था। इसी दौरान 10 बदमाश उसे छुड़ाने आए थे।
हत्या, लूटपाट के मामले में जिला जेल में बंद राजपुरा भैण निवासी विनय को बदमाशों द्वारा अस्पताल में छुड़वाने का प्रयास किया। इस दौरान बदमाशों की पुलिस की मुठभेड़ हो गई और बदमाशों ने एक गोली चलाकर भागने का प्रयास किया। लेकिन सीआइए स्टाफ की टीम ने उनका पीछा जारी रखा और अस्पताल परिसर से हिसार जिले के गांव सिसाय निवासी प्रदीप व रोहतक जिले के गांव फरमाणा निवासी धर्मेंद्र को काबू कर लिया। जबकि नौ आरोपित फरार होने में कामयाब हो गया। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज व पकड़े गए आरोपितों के आधार पर सात बदमाशों की पहचान कर ली। इसमें फरार होने वाले आरोपितों में हिसार जिले के गांव सिसाय निवासी अंकित, गांव ब्राह्णवास निवासी राहुल, गांव बीबीपुर निवासी पवित्र, गांव अनूपगढ़ निवासी बिंटू व मोहित के रूप हुई है।
एसपी वसीम अकरम ने बताया कि गांव राजपुरा भैण निवासी विनय निजी स्कूल संचालक बबल की हत्या के मामले में जिला जेल में बंद है। उसके साथ ही लूटपाट के मामले में गांव ब्राह्णवास निवासी राहुल भी जेल में बंद था। जहां पर विनय ने आरोपित राहुल के साथ मिलकर जेल से भागने का प्लान तैयार किया। राहुल को एक माह पहले अदालत से जमानत मिल गई। जहां पर पहले से तैयार किए गए प्लान के अनुसार बंदी विनय ने वीरवार सुबह पेट में दर्द होने का बहाना बनाया और जेल प्रशासन के आदेश पर पुलिस ने विनय को नागरिक अस्पताल को लेकर चल पड़ी।
इसी दौरान पुलिस ने भनक लग गई कि विनय को अस्पताल परिसर से भगाने का प्लान है। इसका पता चलते ही पुलिस ने आसपास के एरिया में नजर रखनी शुरू कर दी। जब पुलिस की गाड़ी विनय को लेकर अस्पताल में पहुंची तो इसी दौरान अस्पताल के पार्क व दूसरे जगहों पर खड़े बदमाशा सक्रिय हो गए और विनय को भगाने के लिए उसकी तरफ चल पड़े। इसी दौरान सीआइए स्टाफ की टीम ने वहां पर दबिश दे दी।
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