वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- हरियाणा सरकार और दिल्ली सरकार के बीच पानी के मुद्दे पर वार-पलटवार का सिलसिला जारी है…मंत्री अनिल विज ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर ‘झूठ बोलने में पीएचडी’ करने का आरोप लगाया. उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी के हिस्से का प्रतिदिन 12 करोड़ गैलन पानी रोकने को बेबुनियाद बताया….गौरतलब है कि दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने रविवार को आरोप लगाया था कि हरियाणा दिल्ली के हिस्से का प्रतिदिन 12 करोड़ गैलन पानी रोक रहा है और यमुना नदी में छोड़ा जा रहा कच्चा पानी “अब तक के सबसे निचले स्तर” पर है. उन्होंने ये भी कहा था कि बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट से हरियाणा को पानी के वैध हिस्से दिल्ली को जारी करने का निर्देश देने का अनुरोध किया है.
आम आदमी पार्टी सरकार के दावों पर हरियाणा के गृह मंत्री विज ने संवाददाताओं से कहा कि “केजरीवाल ने झूठ बोलने में पीएचडी की है.” उन्होंने कहा, “पहले, आप सरकार कोविड की दूसरी लहर के दौरान जरूरत से बहुत अधिक ऑक्सीजन की खरीद के लिए झूठे आंकड़े पेश कर रही थी और अब केजरीवाल अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए पानी के मुद्दे पर भी बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.” विज ने दावा किया कि हरियाणा दिल्ली को अपनी नहर प्रणाली के माध्यम से मुनक में 1,049 क्यूसेक पानी लगातार उपलब्ध करा रहा है.
उन्होंने आप सरकार पर “खुद की बदइंतजामी छुपाने के लिए दिल्ली के लोगों को गुमराह करके” हरियाणा पर निराधार इल्ज़ाम लगाने का आरोप लगाया. उन्होंने स्वीकार किया कि मानसून में देरी के कारण पानी की कमी हुई है लेकिन इस बात पर जोर दिया कि इसके बावजूद हरियाणा दिल्ली को उसका उचित हिस्सा दे रहा है. हरियाणा सरकार ने रविवार को कहा था कि मानसून आने में देरी के कारण यमुना नदी में पानी कम है और आप सरकार के कुप्रबंधन के कारण राष्ट्रीय राजधानी में पानी की कमी हो गई है.
TEAM VOICE OF PANIPAT