वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- जिला कुरुक्षेत्र के स्वास्थ्य विभाग ने गर्भपात मामले में बड़ा भंडाफोड़ किया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शाहाबाद के एक निजी अस्पताल में डिकोय को गर्भपात करने का इंजेक्शन लगाने से पहले स्वास्थ्य विभाग से रिटायर्ड 75 वर्षीय स्टाफ नर्स को रंगे हाथों पकड़ लिया। उक्त स्टाफ नर्स को टीम ने 2014 में भी गर्भपात करते हुए पकड़ा था। स्टाफ नर्स ने गर्भपात करने के लिए पांच हजार रुपये लिए थे। जिन्हें टीम ने औजारों सहित बरामद कर लिया है। टीम ने विभागीय कार्रवाई के बाद स्थानीय पुलिस थाना में केस दर्ज करवा दिया है।जिला सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा को सूचना मिली थी कि शाहाबाद के एक निजी अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत स्टाफ नर्स प्रैक्टिस कर रही है और वो अवैध रूप से गर्भवती महिलाओं के गर्भपात करती है। जिसके बाद पीएनडीटी इंचार्ज डॉ. आरके सहाय के मार्गदर्शन में डा. ऋषि, डा. गौरव, मनोज व राजीव की एक टीम गठित की गई। वहीं आरोपित को रंगे हाथ पकड़ने के लिए एक डिकोय तैयार किया गया। डिकोय ने आरोपित स्टाफ नर्स माया देवी से संपर्क कर गर्भपात के लिए पांच हजार रुपये में डील पक्की की।
आरोपित स्टाफ नर्स माया देवी ने डिकोय को गर्भपात के लिए शाहाबाद के एक निजी अस्पताल में बुलाया। डिकोय को स्टाफ नर्स एक कमरे में ले गई और बेड पर लेटने को कहा। इसके बाद डिकोय ने तुरंत अस्पताल के पास पहले से ही तैनात खड़ी स्वास्थ्य विभाग व पुलिस टीम को फोन कर सूचित कर दिया। जैसे ही महिला गर्भपात के लिए डिकोय को इंजेक्शन लगाने वाली थी। ठीक उसी समय पर टीम ने आरोपित स्टाफ नर्स को रंगे हाथों पकड़ लिया।
आरोपित महिला से डिकोय से लिए गए पांच हजार रुपये और गर्भपात के लिए उपयोग में लाए जाने वाले औजारों को भी अपने कब्जे में ले लिया। टीम इंचार्ज डा. आरके सहाय ने शाहाबाद थाना में आराेपित स्टाफ नर्स के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया है। थाना शहर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
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