वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- झारखंड के सिमरिया कोविड-19 केयर सेंटर में तैनात CRPF जवान की मौत के दो दिन बाद गुरुवार को उनका शव पैतृक गांव पहुंचा। राजकीय सम्मान के साथ जवान के शव का अंतिम संस्कार किया गया। गांव के युवाओं ने जवान के सम्मान में बाइक रैली निकाली। जवान के अंतिम संस्कार में पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों समेत जनप्रतिनिधि शामिल रहे।
इसराना क्षेत्र के गांव मांडी निवासी रविंद्र झारखंड के सिमरिया कोविड-19 सेंटर में रसोईया के रूप में तैनात था। 8 जून को साथी सिपाही राजस्थान के अजमेर निवासी कालू सिंह ने कहासुनी के बाद रविंद्र को रायफल से दो गोली मारी दी और खुद भी गोली मारकर सुसाइड कर लिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
गुरुवार को रविंद्र का शव पैतृक गांव लाया गया। यहां, राजकीय सम्मान के साथ रविंद्र का अंतिम संस्कार किया गया है। गांव के युवाओं ने जवान के सम्मान में बाइक रैली निकाली। जवान के अंतिम संस्कार के दौरान CTM रविंद्र मलिक, विधायक बलबीर वाल्मीकि, पूर्व केबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार, नायब तहसीलदार सिराजखां व थाना प्रभारी नरेंद्र मलिक सहित क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
परिवार में अकेला था कमाने वाला
जवान रविंद्र अपने परिवार में अकेला कमाने वाला था। पिता प्रेम सिंह मेहनत-मजदूरी करते हैं। छोटा भाई बिंटू BA की पढ़ाई कर रहा है। परिवार में मां-बाप, पत्नी, दो बेटे और एक भाई व दो बहनें हैं। रविंद्र अपनी मां संतरों से अक्सर कहता था कि छोटे भाई को भी कामयाब बनाना है। रविंद्र के जाने के बाद परिजनों का बुरा हाल है।
TEAM VOICE OF PANIPAT