वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- पहलवान सुशील कुमार की गिरफ्तारी का मामला अभी ठंडा नही हुआ था कि अब द्वारका जिला पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने 55 किलोग्राम भार वर्ग में अखिल भारतीय कुश्ती प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत चुके पहलवान मंजीत को लूटपाट के आरोप में गिरफ्तार किया है। मूल रूप से हरियाणा के झज्जर क्षेत्र स्थित असोदा टोडराना गांव के रहने वाले मंजीत की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जाफरपुरकलां व कंझावला थाना में दर्ज मामलों के सुलझने का दावा किया है। आरोपित के पास से एक पिस्टल व एक मोबाइल पुलिस ने बरामद की है।
द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त संतोष कुमार मीणा ने बताया कि जाफरपुरकलां थाना में दर्ज लूटपाट के एक मामले में पुलिस को इसकी तलाश थी। इस मामले में ढांसा गांव एक निवासी ने दो फरवरी को शिकायत की थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि तीन बदमाश उनके घर मे घुसकर जेवरात व अन्य सामान लूटकर ले गए। विरोध करने पर उन्हें गोली मारने की धमकी भी दी। घटना के बाद से स्पेशल स्टाफ प्रभारी इंस्पेक्टर नवीन कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम तकनीकी छानबीन की मदद से बदमाशों की पहचान करने में जुटी थी।
24 मई को वारदात में शामिल मंजीत के नजफगढ़ में आने की जानकारी मिली। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने जाफरपुर कलां में घर में घुसकर लूटपाट करने और कापसहेड़ा में शराब तस्करी के मामले में वांछित होने की बात कबूल की। उसने बताया कि वह दसवीं तक पढ़ा है।
स्कूल में पढ़ाई के दौरान उसने वह कुश्ती करने लगा। वर्ष 2010 में में जूनियर नेशनल कुश्ती प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। जिसमें उसने स्वर्ण पदक प्राप्त किया। उसके बाद गलत संगत में पड़कर छोटे मोटे अपराध करने लगा। वर्ष 2012 में साथियों के साथ मिलकर हरियाणा में कार लूटी। वर्ष 2013 में पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।
भोंडसी जेल में रहने के दौरान वह कौशल गिरोह के बदमाशों के संपर्क में आया और जेल से निकलने के बाद गिरोह में शामिल हो गया। वर्ष 2021 में जेल से बाहर आने के बाद साथी भूपेंद्र के साथ शराब तस्करी करने लगा। कंझावला इलाके में पुलिस ने भूपेंद्र को गिरफ्तार कर लिया जबकि वह फरार हो गया
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