वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- जूनियर पहलवान सागर हत्याकांड में मुख्य आरोपित ओलंपियन सुशील दिल्ली पुलिस से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल रहा है। लोकेशन के आधार पर अभी तक उसके हरिद्वार के एक आश्रम में छिपे होने की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन अब उसके हरियाणा में ही छिपे होने की बात कही जा रही है। वहीं, दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक सागर की मौत के बाद सुशील कुमार ने अपने सभी साथियों से मोबाइल बंद कर भूमिगत होने के लिए कहा था। वह खुद अजय के साथ मॉडल टाउन से भाग कर समयपुर बादली पहुंच गया था। वहां पर कार से उतरकर अजय को छिपने के लिए भेज दिया था। इसके बाद एक अन्य करीबी भूरा को फोन कर हरियाणा से समयपुर बादली बुला लिया। उसी के साथ हरिद्वार स्थित एक बाबा के आश्रम में चला गया था। भूरा को पांच मई की रात ही वापस भेज दिया गया। अगले दिन सुशील भी वहां से किसी अन्य के साथ बहादुरगढ़ आ गया था।
बता दें कि बहादुरगढ़ में सुशील इंटरनेशनल नाम से उसका स्कूल है। इसे उसका भाई मंजीत चलाता है। स्कूल में भी सुशील एक दिन रुका और इसके बाद वह दो दिन हरियाणा में एक करीबी के यहां भी ठहरा। पुलिस का कहना है कि वह सुशील के एक अन्य भाई अमरजीत के संपर्क में है, लेकिन मंजीत घटना के बाद से फरार है। पुलिस को शक है कि सुशील के साथ रहकर मंजीत उसके छिपने के सभी ठिकानों का बंदोबस्त कर रहा है। सुशील दिल्ली और हरियाणा के कई पुलिसकर्मियों के संपर्क में है। वाट्सएप काल के जरिये वह करीबियों से बात कर रहा है।
गौरतलब है कि 4 मई की रात को जूनियर पहलवान सागर की दिल्ली के नामी छत्रसाल स्टेडियम में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इसमें ओलंपियन सुशील कुमार मुख्य आरोपित है। इससे पहले मंगलवार को अग्रिम जमानत के लिए सुशील कुमार ने दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में याचिका भी दायर की थी, लेकिन उसे यहां पर झटका लगा। कोर्ट ने अग्रिम जमानत की याचिका खारिज कर दी।
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