वॉइस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा )- पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने एक के बाद एक सामने आ रहे घोटालों को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। उनका कहना है कि मौजूदा सरकार में ताबड़तोड़ घोटाले हो रहे हैं। शराब और रजिस्ट्री का घोटाला इतना बड़ा है कि लाख कोशिशों के बावजूद सरकार इसे दबा नहीं पाई। सरकार पूरे शराब घोटाले को अधिकारियों पर ढालने की कोशिश कर रही है, जबकि विपक्ष की मांग है कि असली घोटालेबाज़ों का पर्दाफाश होना चाहिए।
ऐसे में ज़रूरी है कि इसकी जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज, सीबीआई या जेपीसी की तरह विधानसभा की कमेटी बनाकर करवाई जाए, जिसमें सभी दलों के विधायक शामिल हों। मौजूदा सरकार में कई साल से अवैध कॉलोनियां बसाने का गोरखधंधा चल रहा है। लॉकडाउन के दौरान भी 32 शहरों में करीब 30000 रजिस्ट्रियों में धांधली के खेल का ख़ुलासा हुआ है। लॉकडाउन में सरसों और चावल खरीद में धांधली सामने आई है।
जींद के बीजेपी विधायक ने तो माना कि जींद में हर ईंट पर भ्रष्टाचार की मोहर लगी है। वहां चार साल में बीजेपी नेता ने जमकर घोटाले किये। पत्रकार वार्ता में नेता प्रतिपक्ष ने शराब घोटाला, रजिस्ट्री घोटाला, सरसों, चावल, धान खरीद, यमुना खनन, अरावली खनन, ओवरलोडिंग, रोडवेज किलोमीटर स्कीम, भर्ती, पेपर लीक, दवा खरीद, बिजली मीटर खरीद, बिजली चोरी, छात्रवृत्ति, राशन, फसल बीमा योजना समेत कई घोटालों की फेहरिस्त साझा की। उन्होंने कहा कि एक अजीब सी हालत है तेरे आने के बाद, सुबह का दर्द शाम तक पुराना हो जाता है। हर 15 दिन बाद एक घोटाला पुराना हो जाता है और नया घोटाला सामने आ जाता है।गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा को एसईटी की जांच रिपोर्ट पहले पढ़ लेनी चाहिए। वे मेरी रिकमेंडेशन को पढ़ें, फिर कोई कार्रवाई न हो तो टिप्पणी करें। मंगलवार को चंडीगढ़ में बातचीत में विज ने कहा कि हुड्डा राज में धर्म, जाति के आधार पर खिलाड़ी को इनाम दिए जाते थे। हमने ऐसी नीति बनाई कि खिलाड़ी खुद देख सकता है कि वह कौन सी नौकरी का हकदार है।
TEAM VOICE OF PANIPAT