वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)
पानीपत के सेक्टर 29 पार्ट-वन-टू और सेक्टर 25 पार्ट-वन-टू के उद्योग अब फसलों के अवशेष व कोयले को जलाकर बनने वाली स्टीम से चलाए जाएंगे। इसके लिए एक प्रोजेक्ट कॉमन बॉयलर के नाम से शुरु किया जाएगा और इसे शुरु करने के लिए गुजरात की कंपनी गैपिल ने सीएम कार्यालय से अनुमति ले ली है। बता दें कि कंपनी इस प्रोजेक्ट के लिए करीब 600 करोड़ रुपए खर्च करने वाली है। इसमें जमीन, पाइपलाइन व बॉयलर लगाने आदि का खर्च शामिल है।
देर शाम हुई उद्यमियों की बैठक में पानीपत डायर्स एसोसिएशन के प्रधान भीम राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में मंथन किया गया है कि कोयले की तुलना में स्टीम कितनी महंगी पड़ सकती है और उद्यमियों को मौजूदा समय में कोयला करीब सवा सात रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से खर्च करना पड़ रहा है। वहीं कंपनी स्टीम सप्लाई पौने आठ रुपये प्रति किग्रा. मांग रही है। जबकि प्रोजेक्ट शुरू होने से चारों सेक्टरों की करीब दो हजार यूनिटों को लाभ मिलेगा। वहीं इस बैठक में नगर निगम, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और हशविप्रा की मनमानी पर भी चर्चा हुई।
गौरतलब है कि सात फरवरी को लघु सचिवालय में हुई बैठक में डीसी हेमा शर्मा की सख्ती का मुद्दा भी पूरे जोर शोर से उठाया गया था। एडीसी प्रीति, डीएसपी सतीश वत्स के साथ- साथ आइओसीएल व प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड आदि विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे थे। इस बैठक में उद्यमियों से गैस ना इस्तेमाल करने का कारण भी पूछा गया था। वहीं अधिकारियों ने सख्त लहजे में उद्यमियों को इस दिशा में आगे बढ़ने के आदेश भी दिए थे क्योंकि ऐसा ज्यादा दिन नहीं चलेगा।
जब बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गई कि इंडस्ट्रियल एरिया में साफ-सफाई रखना उद्यमियों की जिम्मेदारी है तो ओल्ड इंडस्ट्री एरिया के एक उद्यमी ने हम तो डस्टबिन में रह रहे हैं, कूड़ा डालने की जगह तक नहीं है कि बात कहते हुए निगम को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया। वहीं उन्होंने नगर निगम के कर्मचारियों पर कूड़ा ना उठाने के आरोप लगाते हुए कहा कि डपिंग प्वाइंट तक नहीं है जबकि नगर निगम साढ़े तीन रुपये वर्ग गज का हाउस टैक्स वसूल रहा है। सड़कों की मरम्मत नहीं कराने पर भी निगम को कटघरे में खड़ा किया ।
बैठक में हशविप्रा के अधिकारियों पर भी मनमानी करने का आरोप लगाया गया। दरअसल पूरे प्रदेश में सेक्टरों की एनहांसमेंट की री-कैलकुलेशन हो चुकी है पर सेक्टर-29 पार्ट वन और टू की नहीं हुई है। सोमवार को सभी औद्योगिक एसोसिएशन और सेक्टरवासी सड़क पर उतरेंगे। हशविप्रा कार्यालय का घेराव करने के बाद पैदल लघु सचिवालय पहुंच कर डीसी को ज्ञापन देने की भी बात कही गई।
TEAM VOICE OF PANIPAT……