वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)
पिछले साल सितंबर में लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इनमें कई राज्यों के किसान शामिल हैं, लेकिन अधिकतर किसान पंजाब और हरियाणा के हैं। इसी बीच करीब 40 किसानों की शहीद हो चुके हैं।
इसी बीच अपनी जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों की आर्थिक मदद के लिए कांग्रेस विधायक दल ने नरम दिली का रूख अपनाया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि सभी कांग्रेस विधायकों ने मिलकर यह फैसला लिया है कि विधायक दल के निजी कोष से शहीद किसानों के परिवारों दो-दो लाख रुपये दिए जाएंगे और साथ ही भविष्य में भी इन किसान परिवारों की हर संभव मदद के प्रयास जारी रहेंगे। उन्हें अधिक से अधिक मदद पहुंचाने की कोशिश होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी विधायक परिवारों की मदद के लिए प्रयास करेंगे। राज्य सरकार से भी वित्तीय मदद मुहैया कराने और प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसा करना सरकार की जिम्मेदारी बनती है क्योंकि, किसानों की शहादत के लिए सरकार का अड़ियल रवैया और संवेदनहीनता जिम्मेदार है। ऐसे में सरकार को बिना देरी किए प्रभावित परिवारों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
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