वॉइस ऑफ पानीपत ( कुलवंत सिंह ) : 2011 में निंबरी गांव के तत्कालीन सरपंच राकेश की हत्या के मामले में 20 साल की सजा पाए 40 वर्षीय कुलदीप उर्फ बिक्का की सोमवार देर शाम हत्या कर दी गई। वह हाईकोर्ट से जमानत पर आया था। वारदात को पूर्व सरपंच के छोटे भाई विकास उर्फ बिक्का व अन्य आरोपियों ने अंजाम दिया।
कुलदीप गांव के अड्डे से करीब 100 मीटर दूर अपने शराब ठेके में बैठा था। सोमवार शाम 7 बजे आरोपियों ने पहले गोली से उसे भून दिया। फिर दाव (धारदार हथियार) से उसके मुंह, सिर व गर्दन पर ताबड़तोड़ वार करके काटा भी। जिस तरह बीच गांव में 16 जून 2011 को सरपंच को मारा था, उसी तरह आरोपियों ने ग्रामीणों के सामने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने बिक्का समेत 3 आरोपियों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। मौके से एक पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस और 3 चले हुए कारतूस बरामद हुए हैं। सुबह फिर से घटनास्थल का जायजा लिया जाएगा।
2011 में जिस तरह बीच गांव में सरपंच को पीट-पीट कर मारा था, उसी तरह ग्रामीणों के सामने दिया घटना को अंजाम
हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद कर ली थी शादी
2011 में राकेश निम्बरी गांव के सरपंच थे। सरपंच ने दलबीर के मकान से बिजेंद्र के फार्म तक गली बनवाने के लिए लेबर लगाई थी। गली में बिजेंद्र ने पहले से मिट्टी डाल रखी थी। बिजेंद्र ने एतराज कर दिया था। इसको लेकर विवाद हो गया था। बिजेंद्र मृतक कुलदीप के ताऊ का बेटा है।
विवाद इतना बढ़ गया कि बिजेंद्र, कुलदीप, कुलदीप के भाई राम-लक्ष्मण, नीरज व अन्य ने सरपंच को बुरी तरह पीट दिया था। 3 दिन बाद सरपंच की मौत हो गई थी। हत्या के इस केस में आरोपियों को 20-20 साल की सजा हुई थी। 2019 में कुलदीप को हाईकोर्ट से बेल मिल गई थी। इसके उसने शादी कर ली थी। अब वह पत्नी कोमल के साथ सेक्टर-12 की न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहता था। वह 8 माह की गर्भवती है।
शाम को रैकी की, फिर आकर हत्या की : कुलदीप के छोटे भाई लक्ष्मण ने बताया कि आरोपी कई दिनों से रैकी कर रहे थे। सोमवार शाम दो बाइकों पर आरोपियों ने ठेके के पास कई चक्कर मारे। फिर आकर वारदात को अंजाम दिया। हत्या को 8 से 10 आरोपियों ने अंजाम दिया है। सेल्समैन सुखबीर को भी मारने की कोशिश की, लेकिन वह भाग गया। भाई आया तो आरोपियों ने उसे मार दिया।
साेनू मालपुरिया का शराब ठेका, कुलदीप की थी हिस्सेदारी
निम्बरी गांव के अड्डे से करीब 100 मीटर दूर बापौली रोड पर सोनू मालपुरिया का शराब ठेका है। जिसमें कुलदीप की हिस्सेदारी थी। रोजाना वह ठेके पर बैठता था। सोमवार शाम को आरोपी विकास व यूपी के दो युवक शराब की बोतल लेने के बहाने ठेके पर आए, तब कुलदीप बगल में बने अहाता में बैठा था। वहां पर आरोपियों ने कुलदीप पर अचानक हमला कर दिया। अहाता के बाहर लाकर उसे गोलियां मारी और फिर दाव से काट डाला। हत्या के बाद आरोपी मौके से भाग गए। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
5 भाइयों में से 4 को हुई थी सजा
मृतक कुलदीप 5 भाई हैं। सबसे बड़ा मानसिक रूप से कमजोर है। दूसरे नंबर का कुलदीप था। सरपंच की हत्या में कुलदीप व उसके जुड़वा भाई राम-लक्ष्मण व सबसे छोटे भाई नीरज को 20-20 साल की सजा हुई थी। कुलदीप के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। वहीं सरपंच राकेश भी 5 भाई थे। सबसे बड़ा राकेश था। उससे छोटे 4 भाई हैं।
आरोपियों की तलाश जारी : डीएसपी
निम्बरी में शराब ठेका पार्टनर कुलदीप की हत्या हो गई। पहले उसे गोली मारी गई और फिर दाव से काटा गया। शव को सिविल अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में रखवाया है। मंगलवार सुबह मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया जाएगा। हत्या को विकास उर्फ बिक्का व अन्य आरोपियों ने अंजाम दिया है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। -विरेंद्र सैनी, डीएसपी, सिटी
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