वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- हरियाणा के कई क्षेत्रों में मौसम का मिजाज बदल गया है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो साइक्लोन टाक्टे का असर हरियाणा में भी देखने को मिल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवात टाक्टे के चलते मौसम विभाग की ओर से पहले ही 19 और 20 मई को बूंदाबांदी के आसार जताए गए थे। ऐसे में बुधवार सुबह से ही बारिश और तेज हवाएं चलने लगी।
धर्मनगरी में बुधवार की सुबह ही बूंदाबांदी शुरू होने पर मौसम सुहावना हो गया है। आसमान में बादल छाने और बूंदाबांदी ने गर्मी से राहत दी है। ऐसे में सुबह धर्मनगरी का तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहा है। बूंदाबांदी से मौसम में नमी की मात्रा 77 फीसद तक पहुंच गई और हवा की गति 10 किलोमीटर प्रतिघंटा रही है।
मौसम विभाग की ओर से पहले ही चेतावनी जारी करने पर लोग भी सावधानी बरतने लगे हैं। कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ संयोजक डा. प्रद्युम्मन भटनगार ने कहा कि सुबह से अभी तक हुई बूंदाबांदी से किसानों को कोई नुकसान नहीं है। अगर तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होती है तो सीधी बिजाई की गई धान की फसल और सब्जी की फसल को नुकसान हो सकता है।
कैथल में भी बूंदाबांदी हुई। उसके बाद आसमान में बादल छाए हुए है। इससे मौसम सुहावना हो गया। वहीं लोगों को गर्मी से राहत मिली है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आगामी दो दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। बूंदाबांदी होने से जहां धान की रोपाई के लिए लगाई गई पनीरी को फायदा होगा। कपास बिजाई का कार्य प्रभावित हुआ है। बता दे कि पिछले तीन दिनों से तापमान में बढ़ोतरी हो रही थी, गर्मी का लोगों को अहसास होना शुरू हो गया था। तापमान बढ़ने के कारण सब्जी की फसल खराब होना शुरू हो गई थी, अब सब्जियों की फसल को भी फायदा पहुंचेगा। मुख्य विज्ञानी रमेश चंद्र का कहना है कि धान की पनीरी की बिजाई 15 मई से शुरू हो चुकी है। लेकिन अगले दो दिनों तक बिजाई न करें। ज्यादा बरसात हो जाती है तो खराब होने का खतरा रहेगा।
TEAM VOICE OF PANIPAT