वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- हरियाणा के रोहतक में एक फौजी ने फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। फौजी छुट्टी पर आया हुआ था और आज फौजी जोगेंद्र सिंह की छुट्टी पूरी हो रही थी। लेकिन इससे पहले ही फौजी जोगेंद्र सिंह ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। कारगिल की लड़ाई में शहीद हुए विजय सिंह के फौजी बेटे जोगेंद्र सिंह, जिनकी उम्र महज 24 साल थी, जोगेंद्र ने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला खत्म कर ली। जोगेंद्र सिंह की ड्यूटी अलवर में थी और वो 17वीं जाट रेजीमेंट में थे। जोगेंद्र ने फांसी क्यों लगाई है इसका अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। वहीं परिजन भी इस बारे में कुछ नहीं बता पा रहे हैं।
कारगिल की लड़ाई में वे शहीद हो गए थे। उनके तीन बेटे थे। बड़ा बेटा जोगेंद्र सिंह जाट रेजीमेंट में भर्ती हो गया था, जबकि उससे छोटा बेटा लद्दाख में तैनात है। सबसे छोटा बेटा 12वीं कक्षा में पढ़ रहा है। परिवार जसबीर कालोनी में रह रहा है। अलवर में तैनात जोगेंद्र सिंह की अभी शादी नहीं हुई थी। 20 दिन की घर पर छुट्टी आया था।
छुट्टी के चलते परिवार एक अन्य मकान बना रहा था। परिजनों ने बताया कि शनिवार सुबह 7 बजे के करीब जोगेंद्र घर पर यह कहकर गया था कि नए घर में पानी से तराई करने जा रहा है। इसी बीच परिजनों ने देखा कि नए घर में पानी की मोटर तो चल नहीं रही है।
TEAM VOICE OF PANIPAT