वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा) -: कोरोना वायरस महामारी के चलते सीबीएसई बोर्ड ने 9वी से 12वी तक के सिलेबस को कम करने का ऐलान किया है। सीबीएसई बोर्ड ने 8वीं तक की कक्षाओं के सलेब्स को स्कूल को खुद तैयार करने की छूट दी है।इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इस बार स्कूलों में नया सत्र जुलाई में भी शुरू नहीं हो पाया। जाहिर है कि बच्चो के पास सिलेबस पूरा करने के लिए पर्याप्त समय नहीं है। इसकी वजह से ही सीबीएसई बोर्ड ने ये फैसला लेते हुए 9वी से 12वी तक के सलेब्स में कटौती की है। सीबीएसई बोर्ड ने सलेब्स में से लगभग 30 प्रतिशत तक का हिस्सा कम कर दिया गया है। अभी सीबीएसई ने 9वी और 10वी के स्लेब्स कितना कम किया गया है उसकी जानकारी दी है।
9वी कक्षा में कंप्यूटर एजुकेशन में कुल 9 टॉपिक हटा लिए गए है। इंग्लिश लैंग्वेज और लिटरेचर में कुल 12 टॉपिक्स हटे। हिंदी में कुल 12 टॉपिक हटाए गए। हिंदी बी में कुल 9 पाठ हटाए गए। होम सांइस में दो यूनिट के तीन टॉपिक हटाए गए। मैथमेटिक्स में 15 टॉपिक कम हुए,दो चैप्टर पूरी तरह से हटे।साइंस में थ्योरी के 5 और प्रैक्टिकल के 7 टॉपिक हटे। सोशल साइंस में इस साल जनसंख्या, संवैधानिक ढांचा और ड्रेनेज के बारे में नहीं पढ़ेंगे स्टूडेंट्स।
अगर 10वी कक्षा की बात की जाए तो कंप्यूटर एप्लीकेशंस के एनिमेशन से जुड़े टॉपिक्स को हटाया गया। इंग्लिश में इस बार नहीं होंगे पैसिव वॉइस, प्रेपोजिशन द फर्स्ट फ्लाइट। हिंदी ए में पांच कविताएं और चार कहानियां इस बार सलेब्स में नहीं होंगी। हिंदी बी में रविन्द्र नाथ और महादेवी वर्मा की कविता हटी। होमेसांइस में इस बार फैमिली इनकम और रेडीमेड गारमेंट्स शामिल नहीं। मैथमेटिक्स में ज्योमेट्री और अलजेब्रा के सबसे जादा टॉपिक हटाए गए। साइंस में सात प्रैक्टिकल और सात थ्योरी के टॉपिक नहीं पढ़ने होंगे। सोशल साइंस में लोकतंत्र की चुनौतियां, आंदोलन,धर्म व जाती और वन्य जीवन वाले चेप्टर नहीं होंगे।
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