वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- आप सभी जानते ही हैं कि किसान आंदोलन के चलते हरियाणा टोल प्लाजा बंद थे। जींद में टोल प्लाजा किसान आंदोलन समाप्त होने के बाद भी शुरू नहीं हो पाया है। इसका कारण चूहें हैं क्योंकि चूहों के कारण यह टोल शुरू नहीं हो पाया। लोगों को टोल देने से राहत मिली हुई है। इस टोल को खाली कर आंदोलन में बैठे किसान 16 दिसंबर को वापस लौट गए थे। पिछले एक साल के दौरान ही किसान टोल पर बैठे हुए थे।
आपको बता दें कि जींद में स्थित खटकड़ टोल प्लाजा किसानों की वापसी के बाद भी शुरू नहीं हो पाया है। ऐसा बताया जा रहे हैं कि चूहों ने खटकड़ टोल प्लाजा की तारे कुतर दी है। जिसके कारण हरियाणा का यह टोल प्लाजा शुरू नहीं हो पाया है। वहीं टोल मैनेजर का कहना है कि 1 या 2 दिन में इंस्टॉल को फिर से शुरू किया जाएगा फिलहाल वायरिंग का कार्य किया जा रहा है। किसान आंदोलन के बाद अब टोल माफ करने को लेकर हिसार का रामायण टोल प्लाजा भी बंद हो गया है। बता दें कि किसानों व ग्रामीणों की मांग है कि पांच टोल फ्री गांव के साथ देपल व भगाना को जोड़ा जाए। इसके अतिरिक्त किसानों का झंडा लगे वाहनों का भी टोल टैक्स माफ किया जाए।
TEAM VOICE OF PANIPAT