वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्या):- सनातम धर्म में सावन को सबसे पवित्र महीनों में से एक माना जाता है.. यह पूरा महीना भगवान शिव की आराधना के लिए समर्पित है.. इस पूरे माह के दौरान, सभी भक्त भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं.. ऐसी मान्यता है कि यह अवधि शिव जी को अति प्रिय है, जिसके चलते वे पृथ्वीलोक पर अपने भक्तों के कल्याण के लिए आते हैं.. इस साल सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई से होगी, तो चलिए इस दिन से जुड़ी कुछ प्रमुख बातों को जानते हैं ..

*कब शुरू होगा और कब खत्म होगा सावन*
इस साल सावन के महीने का आरंभ सर्वार्थ सिध्दी योग में होगा.. वहीं सावन की शुरूआत 22 जुलाई से हो रही है और इसका समाप्तन 19 अगस्त को होगा.. इसके अलावा पहले सावन के दिन प्रीति योग, आयुष्मान योग और शुक्रादित्य, नवपंचम, शश योग का संयोग बन रहा है, जो हर मायने में शुभ माना जाता है..
*ऐसे करें सावन पूजा*
साधक सुबह जल्दी उठें और पूजा अनुष्ठान शुरू करने से पहले पवित्र स्नान करें घर और विशेषकर पूजा कक्ष को साफ करें.. एक वेदी लें और उस पर भगवान शिव और देवी पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें.. पंचामृत और गंगाजल से अभिषेक करें। सफेद चंदन और कुमकुम का तिलक लगाएं.. खीर और ऋतु फल का भोग लगाएं.. अक्षत, चंदन और इत्र, धतूरा, बेलपत्र भी अर्पित करें.. देसी घी का दिया जलाएं और पूजा करें.. भक्त शिव चालिसा और श्रावण मास कथा का पाठ अवश्य करें.. अंत में आरती कर पूजा समाप्त करें.. पूजा में हुई गलती के लिए क्षमा याचना करें..
TEAM VOICE OF PANIPAT