वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्य):- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की नीतियों के परिणामस्वरूप हरियाणा विकास पथ पर तेजी से अग्रसर है। प्रदेश में औद्योगिक प्रगति के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। आए दिन नई-नई कंपनियां प्रदेश में निवेश कर रही हैं जिनमें हरियाणा के युवाओं को रोजगार मिल रहा है। इसके अलावा प्रदेश सरकार की योजनाओं की बदौलत कई युवा स्वरोजगार का रास्ता भी अपना रहे हैं। वहीं सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में नई भर्तियां भी की जा रही हैं। हरियाणा सरकार के इन्हीं प्रयासों का नतीजा है कि प्रदेश में बेरोजगारी दर अब घटकर 6.5 प्रतिशत तक हो गई है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय के अप्रैल से जून 2023 के मध्य के आवधिक श्रमबल सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है।
हरियाणा सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि सरकार ने प्रदेश में बेरोजगारी हटाने के ठोस प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को न केवल सरकारी नौकरियां दी गई हैं बल्कि निजी क्षेत्र में रोजगार के लिए युवाओं का कौशल विकास भी किया है। वर्ष 2014 से 2023 तक प्रदेश में 1 लाख दस हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस वर्ष 60 हजार नौकरियां देने की घोषणा की है जिनमें से 41217 पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत भी प्रदेश में करीब एक लाख कर्मचारी काम कर रहे हैं।
प्रवक्ता के मुताबिक निजी क्षेत्र में भी युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार हासिल हुआ है। वर्ष 2014 से अब तक उद्योगों में 12 लाख से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया हुए हैं। 16 लाख 85 हजार लोगों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लाभ मिला है। वहीं प्रधानमंत्री स्वनिधि स्कीम के तहत 38 हजार युवाओं को रोजगार मिला है। सक्षम युवा योजना के जरिए 1 लाख 71 हजार, सक्षम सारथी योजना के तहत 78 हजार, अंत्योदय उत्थान मेलों के जरिए 34 हजार और रोजगार मेलों के जरिए 27 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है। यही नहीं प्रदेश सरकार ने हरियाणा के युवाओं के लिए निजी क्षेत्र में नौकरियों में 75 प्रतिशत आरक्षण भी दिया है। प्रवक्ता ने कहा कि हरियाणा ना केवल प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर दे रहा है बल्कि पड़ोसी राज्यों के भी लाखों युवा यहां नौकरी करने आते हैं। एनसीआर में हरियाणा सहित कई प्रदेशों के युवा भी नौकरी कर रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद से कुल 33 लाख से अधिक युवा या तो निजी क्षेत्र में रोजगार में लगे हैं या फिर उन्होंने सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर स्वरोजगार का रास्ता अपनाया है। इसके अलावा भी बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्होंने बिना किसी योजना या सरकारी सहायता के अपना स्वरोजगार शुरू किया है क्योंकि जब अर्थव्यवस्था बढ़ती है तो रोजगार के बहुत से अवसर पैदा होते हैं और लोग इन अवसरों का लाभ उठाते हुए अपना उपक्रम शुरू करते हैं।
TEAM VOICE OF PANIPAT