वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- मामला अंबाला कैंट का है। जहां क्रिसमस के दिन चर्च में करीब पौने दो सौ साल पुरानी होली रिडीमर चर्च की दीवार पर लगी भगवान यीशु मसीह की मूर्ति को रात को तोड़ा गया था। वहीं इस मामले में सीआईए टू ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनकी पहचान विशिष्ट नगर निवासी संदीप कुमार और रविंद्र कुमार के रुप में हुई है। दोनों दोस्त हैं। पुलिस का कहना है कि क्रिसमस की शाम को 6 बजे दोनों एक्टिवा पर सवार होकर चर्च में पहुंचे थे।
बता दें कि आरोपियों ने कैंट बस स्टैंड के आसपास शराब पी और फिर आधी रात के बाद चर्च परिसर में जाकर वारदात को अंजाम दिया है। चर्च से कुछ दूरी पर लगे सीसीटीवी की फुटेज से आरोपी पकड़ में आए।मंगलवार को एसपी जशनदीप सिंह रंधावा ने दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद प्रेसवार्ता में बताया कि 28 वर्षीय संदीप बी-टेक डिग्री होल्डर है और पीडब्ल्यूडी में नौकरी कर रहा है। वह एयरटेल कंपनी में जॉब कर चुका है। दूसरा आरोपी रविंद्र कुमार 12वीं पास है और फार्मेसी कंपनी में काम करता है। क्रिसमस की शाम को संदीप दोस्त रविंद्र के घर पर गया था। जहां से संदीप व रविंद्र एक्टिवा पर सवार होकर चर्च में क्रिसमस पर्व को देखने के लिए पहुंचे थे। बाद में दोनों युवकों ने बस स्टैंड के आसपास से शराब पी।
जानकारी के लिये बता दें कि 25 दिसंबर को क्रिसमस की रात को होली रिडीमर चर्च में विशेष प्रार्थना सभा रखी गई थी। इसलिए श्रद्धालु ऐतिहासिक चर्च में पहुंचे थे। लेकिन उसी दिन से नाइट कर्फ्यू व मास्क को लेकर कहासुनी के बाद झगड़ा होने के चलते चर्च को बंद करा दिया गया था। रात को साढ़े 12 बजे से लेकर डेढ़ बजे के बीच चर्च की चारदीवारी पर लगी यीशु मसीह की मूर्ति को तोड़ दिया गया था।
कैंट थाने में फादर पतरस मुंडू की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस विवाद और मूर्ति तोड़ने के बीच में कोई लिंक है। सीआईए वन के इंचार्ज संदीप ने बताया कि दोनों आरोपियों को कैंट से ही पकड़ा है। एसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। जहां से पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी।
TEAM VOICE OF PANIPAT