वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- जिस जिला प्रशासन पर हमारी सुरक्षा की जिम्मेदारी है, वो सड़को में आतंक मचा रहे सांडों से हमारी रक्षा करने में लाचार है। क्योकि पिछले करीब 3 माह में सांड 4 लोगो की जान ले चुके हैं। ताजा मामला काबड़ी गांव का है। जहां सोमवार शाम को दो सांड आपस में लड़ रहे थे। पास से गुजर रहे 85 साल के वृद्ध को सीग से उठाकर पटक दिया। इस घटना में वृद्ध की दर्दनाक मौत हो गई। शहर में भी बेसहारा पशु बड़ी समस्या है। नगर निगम पशुओं को पकड़ने का अभियान दो दिन चलता है और 3 दिन बंद रहता है।
निगम का दावा है कि 49 दिन में 500 पशु पकड़े हैं। लेकिन सड़कों पर संख्या में कोई कमी नजर नहीं आ रही है। जिस जीटी रोड से दिन-रात अफसर गुजरते हैं, वहां भी पशु बैठे रहते हैं। सोनीपत के गांव राणाखेड़ी के 85 वर्षीय रामचंद्र पुत्र ज्ञानीराम पिछले 20 सालो से काबड़ी काम में पत्नी रतनी के साथ रह रहे थे। उनके भतीजे अजमेर ने बताया कि रामचंद्र गांव में लोगो के पास गए थे।
शाम करीब 5:30 बजे वह घर आ रहे थे। घर के पास गली में दो सांड लड़ रहे थे। जैसे ही रामचंद्र सांडों से बचकर निकलने लगे तो एक सांड ने रामचंद्र को सींगो पर उठाकर पटक दिया। इससे सीने और सिर में गंभीर चोट आई और रामचंद्र बेहाेश हो गए। परिजन सिविल अस्पताल लाए, जहां से खानपुर पीजीआई रेफर कर दिया। रास्ते में उनकी मौत हो गई। रामचंद्र की कोई संतान नहीं है। बुढ़ापा पेंशन से ही परिवार का गुजारा कर रहे थे।
गोवंश पकड़ने का अभियान एक सितंबर को शुरू किया गया था। 6 दिन चले अभियान में केवल 31 गोवंश पकड़े गए थे। फिर 3 दिन बंद रहा। फिर 7 दिन अभियान चला और फिर अभियान बंद हो गया। एकता विहार कॉलोनी में महिला की मौत होने के बाद अभियान फिर चला। कुछ दिन बाद फिर अभियान बंद हुआ। अब भी नगर निगम के अनुसार 2000 गोवंश शहर में घूम रहे हैं।
TEAM VOICE OF PANIPAT