वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्य):- गणेश चतुर्थी से शुरू होने वाला 10 दिनों का गणेश उत्सव आज 28 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त हो रहा है.. आज के दिन धूमधाम के साथ बप्पा की विदाई की जाएगी.. मान्यताओं के अनुसार विदाई के साथ ही गणपति अपने साथ भक्तों के तमाम विघ्न भी लेकर चले जाते हैं.. जिस तरह से गणपति का आगमन धूमधाम से किया जाता है, उसी तरह से उनके विसर्जन को भी नियमपूर्वक किया जाना चाहिए.. आइए जानते हैं कि आज गणेश विसर्जन पर आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए..
*गणपति विसर्जन का शुभ मुहूर्त*
गणेश चतुर्दशी का शुभ मुहूर्त आज सुबह 06 बजकर 11 मिनट से 07 बजकर 40 मिनट तक रहेगा.. वहीं शाम के समय 04 बजकर 41 मिनट से रात 09 बजकर 10 मिनट तक गणेश विसर्जन किया जा सकेगा..
*गणेश विसर्जन की पूजा विधि*
गणपति विसर्जन के दिन सबसे पहले गणेश जी की विधि-विधानपूर्वक पूजा करें.. इस दौरान गणेश जी को लाल चन्दन, लाल फूल, दूर्वा, मोदक, पान, सुपारी, धूप-दीप आदि अर्पित करें.. पूरे परिवार के साथ गणपति की आरती करें। संभव हो तो इस दिन हवन भी कर सकते हैं.. क्योंकि ऐसा माना जाता है कि अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश जी अपने घर वापस लौटते हैं ऐसे में उन्हें खाली हाथ नहीं भेजना चाहिए.. इसलिए विसर्जन से पहले गणेश जी के हाथ में लड्डू की पोटली दे सकते हैं.. अंत में अपनी गलतियों के लिए गणेश जी से क्षमा मांगे और जल्दी वापस आने की कामना करें.. इसके बाद धूमधाम के साथ खुशी-खुशी गणपति जी का विसर्जित करें..
*बोले ये मंत्र*
गणेश विसर्जन के दौरान बप्पा को विदा करते हुए इन मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति को गणपति जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है.. जिससे साधक के जीवन में सुख-समद्धि बनी रहती है..
ॐ यान्तु देवगणा: सर्वे पूजामादाय मामकीम्। इष्टकामसमृद्धयर्थं पुनर्अपि पुनरागमनाय च॥
ऊँ मोदाय नम:
ऊँ प्रमोदाय नम:
ऊँ सुमुखाय नम:
ऊँ दुर्मुखाय नम:
ऊँ अविध्यनाय नम:
ऊँ विघ्नकरत्ते नम:
TEAM VOICE OF PANIPAT