वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह):- हरियाणा शत्रुजीत कपूर के मार्गदर्शन में व एडीजीपी क्राइम ओपी सिंह के निर्देशानुसार जनसाधारण को साइबर क्राइम से बचाने व जागरूक करने के लिए अक्तूबर माह को साइबर क्राइम जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है।
साइबर क्राइम जागरूकता माह अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत के मार्गदर्शन में जिला पुलिस की टीमें प्रतिदिन अलग अलग स्थान पर लोगों को साइबर अपराध के प्रकार व बचाव बारे जानकारी देकर जागरूक कर रही है। इसी क्रम में वीरवार को थाना साइबर क्राइम की टीम ने राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में विद्यार्थियों व स्टाफ को साइबर अपराध बारे जानकारी देकर जागरुक किया गया।

साइबर अपराध बारे अवगत कराते हुए बताया कि किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया या साईट पर दी गई जानकारी को पूर्ण न समझे। किसी भी अनजान व्यक्ति के कहने से अपने मोबाइल पर एनीडेस्क, एम्मीडेस्क, टीम विवर, क्विक स्पोर्ट (Anydesk/ Ammydesk/ Team Viewer/ Quick Support) आदि ऐप डाउनलोड बिल्कुल ना करें। ऐसा करने पर दूर बैठे साइबर ठग पूरी तरह से आपकी स्क्रीन सांझा करने के साथ ही आपकी डिवाईस पर कब्जा कर लेते हैं। ओएलएक्स, फेसबुक या किसी भी अन्य ऐप पर कोई सामान खरीदने से पहले विक्रेता के संबंध में पूरी जांच करें।
किसी अनजान व्यक्ति द्वारा आपको भेजे गए कुछ रुपए प्राप्त करने संबंधी लिंक या क्यूआर कोड को अपने फोन से स्कैन न करें। किसी भी अंजान व्यक्ति के साथ बैंक खाता, एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड आदि से संबंधित जानकारी साझा न करें। बैंककर्मी कभी भी फोन पर आपके बैंक खातें की डिटेल नही मांगते। किसी डिजिटल वॉलेट या इंश्योरेंस सेवा आदि के कस्टमर केयर का नंबर गूगल से सर्च न करें। हमेशा उसे कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध कस्टमर केयर से सर्च करें। शातिर जालसाज गूगल पर अपना विवरण शीर्ष पर डालने में सफल हो जाते हैं। अनजान व्यक्ति साइट पर अपनी समस्याएं बताते हुए अपनी महत्वपूर्ण सूचनाएं साझा कर बैठते हैं। जिसका बाद में दुरुपयोग हो जाता है। आपकी सावधानी ही आपको साइबर ठगी से बचाएगी।
जिला में साइबर क्राइम के नोडल अधिकारी एएसपी श्री मयंक मिश्रा ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार होता है तो इसकी सूचना तुरंत साइबर क्राइम हेल्प लाइन नम्बर 1930 पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज करे या www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाये। इसके अलावा अगर किसी कारणवश 1930 नंबर नही मिलता है तो आमजन डायल 112 पर भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते है।
दोनों नंबर 24*7 कार्य करते है। आमजन जितनी जल्दी हो सके 1930 या 112 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करवाये। इसके अलावा साइबर अपराध थाना या नजदीक पुलिस स्टेशन में स्थापित साइबर हेल्प डेस्क पर भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते है। यदि तुरंत प्रभाव से साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर काल कर शिकायत दर्ज करवा देते है तो पैसों का ट्रांजेक्शन फ्रिज हो जाता है, अपराधी उस पैसे को नही निकाल पाता। जिससे आपके पैसे वापिस आने की पूरी संभावना हो जाती है।
TEAM VOICE OF PANIPAT