वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- टोल प्लाजा के लिए केंद्र सरकार अगले तीन महीने में एक नई पॉलिसी लेकर आने वाली है. इस पॉलिसी के तहत टोल प्लाजा पर जीपीएस आधारित ट्रैकिंग टोल सिस्टम की व्यवस्था की जाएगी. केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस बारे में जानकारी दी है. कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) की सालाना बैठक को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि फिलहाल देश में जीपीएस आधारित ट्रैकिंग टोल टेक्नोलॉजी उपलब्ध नहीं है…मंत्रालय फिलहाल भारत में इस तकनीक को विकसित कर रहा है…इसी साल मार्च महीने में गडकरी ने ऐलान किया था भारत में टोल बूथ को पूरी तरह से खत्म कर सम्पूर्ण जीपीएस आधारित टोल कलेक्शन की सुविधा इस साल तक शुरू कर दी जाएगी
गडकरी ने सड़क निर्माण कंपनियों से यह भी कहा कि वे सड़क तैयार करते वक्त कम से कम मात्रा में सीमेंट और स्टील का इस्तेमाल करने की कोशिश करें. इससे सड़क निर्माण का खर्च बहुत हद तक कम होगा. गडकरी ने आगे कहा कि सीमेंट और स्टील के विक्रेता देशभर में गुटबंदी कर रहे हैं. इससे निपटने के लिए उन्होंने कंसल्टेंट्स को कोई ऐसा तरीका निकालने को कहा है, जिससे सड़क निर्माण के दौरान सीमेंट और स्टील की खपत और खर्च, दोनों कम हो सके
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान गडकरी ने कहा, ‘मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि एक साल के अंदर देशभर टोल बूथ को पूरी तरह से हटा दिया जाएगा. इसका मतलब है कि अब टोल कलेक्शन का काम जीपीएस के जरिए होगा. वाहनों से जीपीएस इमेजिंग के जरिए पैसे काटे जाएंगे.
जीपीएस आधारित सिस्टम से कैसे कटेगा टोल?
इसके पहले दिसंबर 2020 में गडकरी ने कहा था कि टोल कलेक्शन के लिए नई जीपीएस आधारित सिस्टम को शुरू किया जाएगा. इसके लिए रूसी एक्सपर्ट की मदद भी ली जा रही है. इस सिस्टम के तहत टोल की रकम वाहन स्वामी के अकाउंट या ई-वॉलेट से उनके द्वारा कुल दूरी के आधार पर स्वत: कट जाएगा. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि नये पैसेंजर और कॉमर्शियल वाहनों में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) की सुविधा मिलती है. सरकार पुराने वानहनों में भी इसे इंस्टॉल करने के रास्ते तलाशेगी
फिलहाल फास्टैग की सुविधा उपलब्ध
बता दें कि देशभर में फिलहाल फास्टैग के जरिए भी टोल कलेक्शन का सिस्टम है. इसे नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा ऑपरेट किया जाता है. इस सिस्टम के तहत, वाहनों के विंडस्क्रीन पर फास्टैग को चिपका दिया जाता है. टोल प्लाजा पर टोल कलेक्शन के लिए वाहनों को रुकना नहीं पड़ता है. फास्टैग के जरिए ही टोल की रकम कट जाती है…