वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्या):- आज शाम भद्रा होने के कारण रात 11 बजे होलिका दहन होगा.. इसके लिए शुभ मुहूर्त रात 11 बजे से शुरू होगा.. हालांकि भद्रा काल में होली की पूजा जरूर की जा सकती है.. जिसके लिए शाम को प्रदोष काल में यानी सूर्यास्त के बाद शुभ मुहूर्त रहेगा.. सूर्यास्त के बाद अगले ढाई घंटे तक यानी प्रदोष काल में भद्रा रहे तो भी पूजा कर सकते हैं, लेकिन होलिका दहन भद्रा दोष खत्म होने के बाद करना चाहिए, इसलिए शाम 6.24 से 6.48 तक होली पूजा का मुहूर्त रहेगा.. ये गोधूलि बेला का समय होगा.. वहीं, होलिका दहन का मुहूर्त रात 11.15 से 12.25 तक रहेगा..

इस बार होली दहन के वक्त सर्वार्थसिद्धि, लक्ष्मी, पर्वत, केदार, वरिष्ठ, अमला, उभयचरी, सरल और शश महापुरुष योग बन रहे हैं.. ज्योतिषियों का कहना है कि ऐसा शुभ संयोग पिछले 700 सालों में नहीं बना.. इन 9 बड़े शुभ योग में होली जलने से परेशानियां और रोग दूर होंगे.. ये शुभ योग समृद्धि और सफलतादायक रहेंगे..
*होलिका दहन विधि*
होलिका दहन का तैयारी कई दिनों पहले से होने लगती है.. होलिका दहन वाले स्थान पर लकड़ियां, उपले और अन्य जलाने वाली चीजों को एकत्रित किया जाता है.. इसके बाद होलिका दहन के शुभ मुहूर्त पर विधिवत रूप से पूजन करते हुए होलिका में आग लगाई जाती है.. इसके बाद होलिका की परिक्रमा करते हुए पूजा सामग्री को होलिका में डाला जाता है..
TEAM VOICE OF PANIPAT