वायसऑफ पानीपत (सोनम) :- हरियाणा के अंबाला में बाढ़ के प्रकोप से राज्य के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का घर भी नहीं बचा। अंबाला कैंट में शास्त्री कॉलोनी स्थित उनके घर में भी पानी भर गया है। ग्राउंड फ्लोर का पूरा सामान पहली मंजिल पर शिफ्ट किया गया है। वहीं अंबाला में एक 9 महीने की गर्भवती महिला बाढ़ में फंस गई। इसका पता चलने पर आर्मी और पुलिस की टीम ने उसे बाहर निकाला। महिला जिस घर में फंसी थी, वहां 6 फुट पानी जमा हो गया था।
अंबाला का हिसार मार्ग से संपर्क अब भी टूटा हुआ है। इस रूटों पर बसों का संचालन बंद है। यहां बाढ़ प्रभावित गांवों में छतों तक पानी है और गलियों में नाव भी नहीं जा पा रही है। कुरुक्षेत्र में 15 से ज्यादा गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कटा है। 10 से ज्यादा रूटों पर बसें बंद हैं। इसके अलावा हरियाणा के 13 जिलों में घग्गर और यमुना का पानी घुस गया है। राज्य के 240 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुका हैं। यहां अंबाला, करनाल, पानीपत और सोनीपत के बाद अब जींद, फतेहाबाद, फरीदाबाद, पलवल और सिरसा जिले में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। वहीं पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से राज्य की नदियां खासकर यमुना हालात खराब कर सकती है। हालांकि 15 के बाद से फिर से राज्य में मानसून एक्टिव हो जाएगा।
दिल्ली के बाद हरियाणा ने अब राजस्थान की चिंता बढ़ा दी है। सिरसा में घग्गर का जलस्तर आज 16 हजार क्यूसेक पहुंच गया है। जलस्तर बढ़ने पर ओट हैड में से राजस्थान साइफन की ओर करीब 7600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। ओटू हैड से निकलने वाली सभी नहरों में सिंचाई विभाग ने पानी छोड़ दिया है। घग्गर के गुहला चीका, खनौरी हैड पर गेज ओवरफ्लो हो चुकी है। जबकि पंजाब के सरदूलगढ़ में 21 हजार क्यूसेक जलस्तर है। बाढ़ और जलभराव से प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में 10 लोगों की मौत हो गई।
CM मनोहर लाल ने आपदा में जान गंवाने वालों के परिवारों को चार लाख रुपए सहायता राशि देने और मकानों की मरम्मत के लिए सहायता राशि देने की घोषणा की है।आपको बता दे कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल हवाई सर्वेक्षण के बाद इन जिलों को अलर्ट मोड पर रखने के निर्देश दे चुके हैं। जिन गांवों में बाढ़ का पानी उतर गया है कि वहां सरकार की तरफ से तीन दिनों तक विशेष चिकित्सकीय कैंप लगाए जाएंगे।
TEAM VOICE OF PANIPAT