वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- हरियाणा पुलिस रोड सेफ्टी फंड खर्च में फिसड्डी है.. इसका खुलासा सूब के विधायक के के द्वारा सरकार से मांगे गए सवाल के जवाब में हुआ है…राज्य सरकार की और से जानकारी दी गई है.. कि पुलिस को रोड सेफ्टी मद में 170 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे, लेकिन वह 5 सालों की अवधि में मात्र 72.12 करोड़ रुपए ही खर्च पाई, जबकि सूबे में 2018 से 2022 तक 51,975 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। जिनमें 24,303 लोगों की मौत और 43,681 लोग घायल हुए.. हालांकि चालू वित्तीय वर्ष के आंकड़े अभी सरकार के द्वारा सार्वजनिक नहीं किए गए हैं..अभी हरियाणा के DGP शत्रुजीत कपूर हैं..
हरियाणा सरकार के द्वारा पुलिस को आवंटित राशि का प्रयोग रोड सेफ्टी के लिए जरूरी कार्यों में किया जाना था.. इस मद से सड़को पर रिफ्लेक्टर, वॉर्निंग बोर्ड, उत्तल दर्पण जैसे यंत्रों को लगाना था, लेकिन पुलिस ने इसमें लापरवाही बरती है। कांग्रेस के मुलाना से विधायक वरुण चौधरी ने आरोप लगाया कि सरकार की तरफ से ही इस मामले में लापरवाही बरती गई है। यदि मंत्रियों के द्वारा इसकी समय समय पर समीक्षा की जाती तो हजारों लोगों की जान को बचाया जा सकता था..
रोड सेफ्टी को लेकर राज्य सरकार से जानकारी मांगने वाले कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी ने बताया कि यह आश्चर्य है कि पुलिस ने लोगों को जागरूक करने वाले फंड का उपयोग ही नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह राशि आम लोगों के चालान कर वसूली गई है। उन्होंने कहा कि कई बार छोटी राशि खर्च करके भी लोगों की जान बचाई जा सकती है, लेकिन सरकार इसमें रुचि नहीं ले रही है..
TEAM VOICE OF PANIPAT