वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह):-गंगापुरी रोड पर एक्टिवा सवार युवक से ठगी से सोने की अंगूठी लेकर भागने वाले गिरोह के तीन आरोपियों को थाना चांदनी बाग पुलिस उतराखंड की देहरादून जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई। आरोपियों की पहचान राजेश निवासी डोगरा गेट कैथल, अमरदीप निवासी पृथ्वी विहार व कबीर निवासी सदर बाजार करनाल के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर उनसे सोने की अंगूठी खरीदने वाले दो आरोपी ज्वैलर्स को भी गुरूग्राम से काबू किया है। थाना चांदनी बाग प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप ने बताया कि थाना चांदनी बाग में सेक्टर 23 निवासी बलदेव पुत्र मनोहर लाल ने शिकायत देकर बताया था कि उसकी गंगापुरी रोड पर धागे की दुकान है। 18 जुलाई को बाद दोपहर करीब 2 बजे वह एक्टिवा पर सवार होकर दुकान पर जा रहा था। दुकान से करीब 500 मीटर पहले उसको अज्ञात युवक ने पीछे के आवाज लगाई तो उसने एक्टिवा रोक दी। युवक पास आकर कहने लगा मै आपके बेटे को जानता हूं। युवक बातों में उलझाकर उसकी अंगुठी निकलवाकर ले गया। शिकायत पर थाना चांदनी बाग में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी।
इंस्पेक्टर संदीप ने बताया कि गत दिनों उत्तराखंड के देहरादून में चोरी के एक मामले में आरोपी राजेश निवासी डोगरा गेट कैथल, अमरदीप निवासी पृथ्वी विहार व कबीर निवासी सदर बाजार करनाल पकड़े गए तो तीनों आरोपियों ने पानीपत की उक्त वारदात को अंजाम देने बारे भी स्वीकारा था।
थाना चांदनी बाग पुलिस तीनों आरोपियों को गत बुधवार को देहरादून जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट से दो दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल कर सघंन पूछताछ की तो आरोपियों ने अंगूठी के दो भाग कर गुरूग्राम की सदर मार्केट में ज्वैलर्स गणेश व तुषार को बेचने बारे स्वीकारा। तीनों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने आरोपी ज्वैलर्स तुषार निवासी देव खेड़ी सांगली महाराष्ट्रा हाल मैन सदर बाजार गुरूग्राम व गणेश निवासी कृष्णा नगर दिल्ली हाल सदर बाजार गुरूग्राम को गुरूग्राम से काबू किया। पुलिस पूछताछ में दोनो आरोपी ज्वैलर्स ने तीनों आरोपियों से सोना खरीदने बारे स्वीकारा। आरोपियों ने सोने को पिंघला दिया। पुलिस ने दर्ज मामले में आईपीसी की धारा 411 इजाद कर दोनों आरोपियों के गिरफ्तार किया।
पुलिस पूछताछ में तीनों आरोपियों ने इसी तरह से ठगी व चोरी की एक अन्य वारदात फतेहाबाद में अंजाम देने बारे स्वीकारा। आरोपियों का पहले भी आपराधिक रिकार्ड होना पाया गया है। तीनों आरोपी अलग अलग आपराधिक मामलों में करनाल जेल में बंद थे। जहा पर तीनों की दोस्ती हुई थी। जेल से बाहर आने के बाद तीनों आरोपियों ने मिलकर ठगी व चोरी की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया।
इंस्पेक्टर संदीप ने बताया कि तीनों आरोपियों ने सोने की अंगूठी बेचकर हासिल की नकदी में से ज्यादातर पैसे खाने पीने में खर्च कर दिए। तीनों आरोपियों के कब्जे से बचे 7500 रूपए व दोनों आरोपी ज्वैलर्स से पिघंला हुआ सोना बरामद कर रिमांड अवधी पूरी होने पर पुलिस ने शुक्रवार को पांचो आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश किया जहा से उन्हे न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया।
TEAM VOICE OF PANIPAT