वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- अवैध खनन और मनी लांड्रिंग में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के शिकंजे में फंसे इनेलो से पूर्व विधायक दिलबाग सिंह और कई अन्य खनन कारोबारियों की मुश्किलें बढ़ रही हैं.. पुलिस रिमांड पर चल रहे पूर्व विधायक पर ईडी ने अवैध खनन, पर्यावरणीय नियमों में एनजीटी के निर्देशों के उल्लंघन और धोखाधड़ी समेत कई अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया है..
ED के जॉइंट डायरेक्टर नवनीत अग्रवाल की शिकायत पर दर्ज FIR में पूर्व विधायक दिलबाग सिंह, राजेंद्र सिंह, कुलविंदर सिंह, मनोज कुमार वधवा, अंगद सिंह मक्कड़, गुरप्रताप सिंह मान, रमन ओझा, राजेश चिकारा, इंद्रपाल सिंह, नसीब सिंह, निर्मल राय, मुकेश बंसल और रणबीर सिंह राणा का नाम शामिल है..
शिकायत के अनुसार सभी आरोपियों ने नदी के प्रकृतिक प्रभाव को मोड़ दिया.. जिससे नदी को खतरा पैदा हो गया… इसके साथ ही प्रर्यावरण नियमों को ताक पर रखने के आरोप में NGT ने 18 नंवबर 2022 को 3 खनन फर्मों दिल्ली रायल्टी कंपनी, मुबारिकपुर रायल्टी कंपनी और डवलपमेंट स्ट्रैटीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पर जुर्माना लगाया था..
यमुनानगर जिले के पोबारी गांव के घाट से डवलपमेंट स्ट्रैटीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 9 साल के लिए बोल्डर, बजरी और रेत के खनन का लाइसेंस मिला था.. दिल्ली रायल्टी कंपनी को कोहलीवाला गांव और मुबारिकपुर रायल्टी कंपनी को बेलगढ़ गांव में खनन का लाइसेंस मिला था..
ED ने दिलबाग सिंह और उसके पार्टनरों पर खनन कंपनियों की कार्यप्रणाली को लेकर छापेमारी की थी.. मौके से मिले डॉक्यूमेंट्स से पता चला कि निर्धारित मात्रा से अधिक खनन किया गया है.. ED की टीम ने जब छानबीन की तो पाया कि खनन के मामले में भारी अनियमितता हुई है..
TEAM VOICE OF PANIPAT

